तिहाड़ जेल से छूटने के बाद लूटने लगा राहगीरों के मोबाइल, मुठभेड़ में पुलिस ने दबोचा

गाजियाबाद। साहिबाबाद पुलिस ने शुक्रवार रात मुठभेड़ के दौरान दो बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए बदमाश दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में राहगीरों से मोबाइल लूट की वारदातों को अंजाम देते थे। लूट के मोबाइल को दुसरे क्षेत्र में जाकर राह चलते लोगों को बेच देते थे।

साहिबाबाद थाना प्रभारी सचिन मलिक ने बताया कि एसआई हरेन्द्र मलिक, राजीव कुमार, सुमित कुमार अपनी टीम के साथ शुक्रवार रात करहैड़ा कट पर वाहन चेकिंग कर रही थे। इसी दौरान ये दोनों शख्स बाइक पर आते दिखाई दिए। पुलिस को इनकी स्थिति संदिग्ध लगी तो रुकने का इशारा किया। दोनों युवकों ने बाइक नहीं रोकी और फायरिंग करते हुए सर्विस रोड की तरफ भागे। पुलिस ने भी पीछा करके जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई।

इसमें एक बदमाश को पैर में गोली लगी, गोली लगते ही बाइक सवार बदमाश गिर गए। घायल बदमाश मौहम्मद वारिश उर्फ रिहान पुत्र मौहम्मद यासीन निवासी भगीरथी विहार मुस्तफाबाद दिल्ली व उसके साथी रोहित उर्फ रोहन पुत्र सत्ते उर्फ सत्यप्रकाश निवासी मोरटा मधुबन बापूधाम को गिरफ्तार कर लिया गया।
जिनके पास से दो तंमचा, दो खोखा कारतूस, पांच जिंदा कारतूस, घटना में प्रयुक्त बाइक, लूट के दो मोबाइल बरामद किए गया। मोहम्मद वारिस पूर्व में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद रह चुका है। दिल्ली पुलिस से उसका आपराधिक इतिहास मांगा गया है। जबकि गाजियाबाद में उस पर 5 मुकदमे दर्ज हैं। रोहित उर्फ रोहन पर भी पांच मुकदमे हैं। दोनों ही शातिर लुटेरे हैं जो राह चलते लोगों से मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम देते थे।