पुलिस की पिटाई ऑटो चालक की मौत, परिजनों ने लगाया आरोप सड़क जाम कर पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी

गाजियाबाद। इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में दुर्घटना के बाद पुलिस चौकी ले गए ऑटो चालक की मौत से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल के बाहर हंगामा करते हुए पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया। इस दौरान पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने का प्रयास किया तो परिजनों ने मना कर दिया। पुलिसधिकारियों के काफी समझाने के बाद परिजन शांत हुए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मूल रूप से ग्राम नगला बांस थाना अमापुर जिला कासगंज के धर्मपाल (25) कनावनी में किराए पर रहते थे। वह ऑटो चलाकर जीवनयापन करते थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि रविवार रात करीब 10 बजे कनावनी पुश्ता पर उनकी ऑटो से साइकिल सवार चोटिल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ऑटो चालक धर्मपाल को कनावनी पुलिस चौकी ले गई। रात करीब 1:30 बजे उसके चचेरे भाई मुरारी को फोन कर चौकी बुलाया और धर्मपाल को उसे सौंप दिया। उस वक्त धर्मपाल की हालत बहुत गंभीर थी। मुरारी उसे उपचार के लिए शांति गोपाल अस्पताल ले गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस ने धर्मपाल को चौकी में ले जाकर जमकर पिटाई कर और जिस कारण उसकी मौत हो गई। धर्मपाल की मौत से आक्रोशित परिजन एवं ऑटों चालकों ने बड़ी संख्या में शांति गोपाल अस्पताल पर एकत्रित होकर प्रदर्शन शुरु कर दिया। गुस्साए लोग सोमवार सुबह करीब 8 बजे से शांति गोपाल अस्पताल के सामने पहुंच कर प्रदर्शन करना शुरु कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने करीब 10 मिनट के लिए अस्पताल के सामने सीआईएसफ रोड को पूरी तरह जाम भी कर दिया। जैसे ही इसकी खबर पुलिसधिकारियों को मिली तो आनन-फानन में पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों समझा-बुझाकर रोड से हटाया। उसके बाद लोग वहां से हटकर अस्पताल के पार्किंग में एकत्रित होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

मौके पर पहुंची डीसीपी ट्रांस हिंडन डॉ दीक्षा शर्मा एवं इंदिरापुरम थाना प्रभारी देवपाल सिंह पुंडीर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। डीसीपी ट्रांस हिंडन डा. दीक्षा शर्मा ने बताया कि इंदिरापुरम में रविवार रात करीब 10:30 बजे पीआरवी को सूचना मिली कि एक ऑटो चालक व साइकिल चालक के बीच दुर्घटना हो गई है। पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर दोनों को नजदीक के शांति गोपाल अस्पताल में भर्ती कराया गया। साइकिल चालक को चोटें थी। उन्होंने अपना उपचार किसी सरकारी अस्पताल से कराने की इच्छा जाहिर की इसलिए उन्हें उसके परिजन के सुपुर्द कर दिया गया। ऑटो चालक को मेडिकल में कोई चोट न होने व सामान्य स्थिति होने के कारण परिजन के सुपुर्द कर दिया गया। सोमवार सुबह आटो चालक के परिजन उसे शांति गोपाल अस्पताल ले गए। डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जांच रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही ऑटो चालक की मौत का सही कारण स्पष्ट हो पाएगा।