11 साल से लंबे रुट की ट्रेन में सांसी गैंग ने मचा रखा था आंतक, ट्रेन में रिर्जवेशन टिकट लेकर करते थे यात्रियों के सामानों की चोरी

गाजियाबाद। लंबे रुट की ट्रेन की वारदात को अंजाम देने वाले सांसी गिरोह के तीन शातिर चोरों को राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से जीआरपी ने लाखों रुपए कीमत की ज्वैलरी व हजारों रुपए की नगदी बरामद किया है। पकड़े गए सांसी गिरोह शातिर किस्म के है। जो कि शादी सीजन में ही वारदातों को अंजाम देते थे। पुलिस शक न करे, इसके लिए वह पहले ही जिस ट्रेन में चोरी की वारदात को अंजाम देना है। उस ट्रेन का रिर्जवेशन करा लेते थे। उसके बाद चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो जाते थे। आरोपी अब तक लखनऊ, वाराण्सी, चैन्नई, झांसी, कर्नाटक, मुंबई आदि लंबे रुट की टे्रन में सफर के दौरान चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। जो कि पूर्व में वष्र 2013 में चन्नई में टे्रन में चोरी के मामले में जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद फिर से चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। उसके बाद से लगातार ट्रेनों में चोरी का आंतक फैला रहे थे। जिन्हें गिरफ्तार करने के लिए कई राज्यों की पुलिस तलाश कर रही थी। मगर सोमवार सुबह गाजियाबाद राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने उन्हें दबोच लिया।

सोमवार दोपहर जीआरपी कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान सीओ धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि जीआरपी प्रभारी अनुज मलिक, इंस्पेक्टर राजदेव पुनिया, एसआई बबलू सिंह, एएसआई सुखबीर सिंह, मुस्ताक खान की टीम ने सोमवार सुबह प्लेट फार्म नंबर 3/4 अलीगढ़ साईड पर बने फ्लाईओवर के पिलर के पास चोरी के माल का बटवारा कर रहे फूल सिंह पुत्र फकीरिया उर्फ फकीर चन्द सासी निवासी असरफ डौढी जींद हरियाणा, सालिन्द्र कुमार उर्फ सुलेन्द्र सांसी पुत्र सरदारा सांसी निवासी डिमरी खेड़ा करनाल हरियाणा, अजय कुमार सांसी पुत्र बंजरग लाला सांसी निवासी किरोरी हिसार हरियाणा को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से चोरी के दो जोड़ी कंगन, हार, 5 अंगूठी, 6 चैन, कान का झुमका, कान की बाली, मंगलसूत्र, 15 हजार रुपए बरामद किया गया। बरामद ज्वैलरी की कीमत करीब 11 लाख 72 हजार रुपए है।
जीआरपी प्रभारी अनुज मलिक ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों का संयुक्त गैंग है, जो कि सांसी गिरोह के है।

आरोपी दिल्ली व गाजियाबाद के आसपास स्टेशनों पर ट्रेन में चढ़कर यात्रियों के सामान को निशाना बनाते थे। उनके बैग की चैन व लॉक खोलकर रखी ज्वैलरी को चोरी कर लेते थे। जो कि पिछले करीब 11 वर्षों से लगातार चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे है। आरोपी ज्यादातर शादी सीजन में ही एक्टिव रहते है। क्योंकि शादी सीजन में अक्सर लोग ज्वैलरी लेकर टे्रन में सफर करते है। उन्हीं लोगों को यह गैंग अपना निशाना बनाते थे। आरोपी लखनऊ, वाराण्सी, चैन्नई, झांसी, कर्नाटक, मुंबई आदि लंबे रुट की टे्रन में अपना पहले ही रिर्जवेशन करा लेते थे। जिससे उन पर कोई जल्दी से शक नही करता था। चेकिंग के दौरान भी टिकट दिखाकर बच जाते थे। लेकिन जैसे ही रात में सफर कर रहे यात्री सो जाते थे तो यह गैंग उनके सामानों की चोरी कर लेता था।