करोड़ों रुपयों की हजारों गाडिय़ों का बना दिया कबाड़, अंतर्राज्जीय गिरोह के कबाड़ी समेत चार वाहन चोर गिरफ्तार

पांच साल में करोड़ो रुपए की हजारों गाडिय़ों को कबाड़ में कटवाया, 20 मिनट में गाड़ी के सभी पार्टस कर देते थे अलग, गिरोह का साथी कबाड़ी चोरी की गाडिय़ों को खपाने का काम करता था। चोरी के वाहनों के पार्टस को मात्र 25 मिनट में अलग-अलग कर उन्हें गोदाम में छिपा देता था। गाड़ी के पार्टस को अलग-अलग करने के बाद उन्हें मैकेनिक, डेन्टरों एवं अन्य कबाडिय़ों के माध्यम से माल को खपा देता था। वहीं आरोपियों को चोरी किए वाहनों को चुराने की एवज में प्रति गाड़ी के 50 हजार रुपए मिलते थे। गिरोह का एक साथी फरार है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।

गाजियाबाद। दिल्ली, एनसीआर क्षेत्र में चार पहिया वाहन चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले अंतर्राज्जीय गिरोह के तीन शातिर चोर एवं चोरी का माल खपाने वाले कबाड़ी को क्राइम ब्रांच टीम ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने चोरी की बलेनो, डिजायर, वैगनआर कार बरामद किया है और करीब 3 करोड़ रुपए कीमत के चोरी किये गए 70 गाडिय़ों के पार्टस बरामद किया गया। पकड़े गए वाहन चोरी शतिर किस्म के है, जो कि पिछले करीब 5 सालों से लगातार वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। वहीं गिरोह का साथी कबाड़ी चोरी की गाडिय़ों को खपाने का काम करता था। चोरी के वाहनों के पार्टस को मात्र 25 मिनट में अलग-अलग कर उन्हें गोदाम में छिपा देता था। गाड़ी के पार्टस को अलग-अलग करने के बाद उन्हें मैकेनिक, डेन्टरों एवं अन्य कबाडिय़ों के माध्यम से माल को खपा देता था। वहीं आरोपियों को चोरी किए वाहनों को चुराने की एवज में प्रति गाड़ी के 50 हजार रुपए मिलते थे। गिरोह का एक साथी फरार है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।

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एसपी क्राइम डॉ दीक्षा शर्मा ने बताया कि क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी, एसआई अरुण कुमार मिश्रा, सत्यवीर सिंह की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर रविवार देर रात नाहल रोड़ रेलवे अण्डरपास मसूरी से कबाड़ी नजब खान पुत्र कल्लन खान निवासी चक्की वाली गली मौहल्ला फतेहउल्लागंज मुरादाबाद, वाहन चोर इरफान पुत्र हनीफ उर्फ गामा निवासी धीमरखेड़ा ऊधमसिंहनगर उत्तराखंड, रवि जाटव पुत्र श्यौराज सिंह निवासी न्यू सीमापुरी दिल्ली, अनीश अहमद पुत्र अनवर अहमद निवासी मुस्तफाबाद दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। वहीं गिरोह का एक साथी दिपांशु पुत्र विपिन चौहान निवासी बाबूगढ़ हापुड़ फरार है। आरोपियों की निशान देही पर चोरी की बलेनो कार, डिजायर, वैगनआर एवं करीब 3 करोड़ कीमत के 18 गडिय़ों के इंजन व अन्य पार्टस और वाहन काटने के उपकरण बरामद किया गया।

इरफान गिरोह का सरगना है, जो कि अपने साथियों के साथ मिलकर वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देता है। आरोपी जिस गाड़ी में हूटर, सायरन व जीपीएस लगा होता है, उसे अनीश अहमद की डि-एक्टिव करता है। इसके बाद रवि जाटव ड्रिल मशीन से पिछला दरवाजा खोलता है। जिसके बाद इरफान गाड़ी के अंदर जाकर चाबी तैयार करने का काम करता था और डिवायस के माध्यम से ही चाबी की प्रोग्राम तैयार करता था। जिससे गाड़ी स्टार्ट हो जाती थी, फिर गाड़ी को चुराकर कुछ दूरी पर उसका नंबर प्लेट बदलकर सुनसान जगह या फिर पार्किंग पर खड़ा कर देते थे। घटना के बाद वक्त आरोपित मोबाइल फोन को बंद कर लेते थे। जिससे उनकी लोकेशन ट्रेस न हो सकें। बस गिरोह का सरगना अपने मोबाइल को फ्लाइट मोड पर डालकर डोंगल की मदद से इंटरनेट कनेक्ट करके रखता था और उसी वाईफाई डोंगल की मदद से नकली चाबी बनाने वाली इलेक्ट्रोनिक डिवायस से गाड़ी की नकली चाबी की प्रोगामिंग कर लेता था। एसपी क्राइम ने बताया आरोपित चोरी की गाडिय़ों को कबाडी नजब खान को बेचते थे। आरोपित पिछले करीब 5 सालों से हजारों गाडिय़ों की चोरी कर कबाड़ में कटवा चुके है। इरफान गाड़ी को चोरी कर उसे कबाडी को 50 हजार रुपए में बेच देता था। जिसके बाद उन रुपयों को आपस में बांट लेते थे।

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क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि इरफान को गाड़ी चुराने के बाद गोदाम तक पहुंचाने के 50 हजार रुपए के अलावा दो हजार रुपए अतिरिक्त मिलते थे। चोरी की गाडिय़ों को नजब खान मात्र 20 से 25 मिनट में ही गाडी के सभी पार्टस को अलग-अलग करवा देता था। गाड़ी के पार्टस को अपने साथी मैकेनिक, डेंटरों एवं कबाडिय़ों की मदद से उसे बेच देता था। नजब खान ने इसी काम से अपने तीन गोदाम बनाए है। जहां से करोड़ो रुपए कीमत के गाड़ी का पार्टस बरामद किया गया। नजब पूर्व में भी उक्त मामले में जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद आरोपी इरफान, रवि जाटव, अनीश अहमद व दिपांशु से ही चोरी का माल खरीदता था। अन्य किसी व्यक्ति से चोरी का माल नही खरीदता था।