लता मंगेशकर के बाद मशहूर संगीतकार बप्पी लहरी का निधन

मुंबई के निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली, दाह संस्कार कल

नई दिल्ली। सिनेमा जगत से एक और बुरी खबर सामने आई है। लता मंगेशकर के बाद दिग्गज संगीतकार बप्पी लहरी का निधन हो गया है। बप्पी दा अपनी जादुई आवाज के अलावा स्टाईलिश अंदाज के कारण भी अलग पहचान रखते थे। गले में सोने की मोटी-मोटी चेन पहने की उन्हें आदत थी। इसके चलते वह भीड़ में भी अलग से पहचान लिए जाते थे। मुंबई के निजी अस्पताल में मंगलवार की रात संगीतकार बप्पी लहरी (69) का देहांत हो गया। बप्पी दा का जाना म्यूजिक इंडस्ट्री के लिए बहुत बड़ी क्षति है।

उन्होंने कई फिल्मों में अपना म्यूजिक दिया। उनके कई गाने अब भी संगीम प्रेमियों की जुबां पर रहते हैं। बप्पी दा अपने गीतों के अलावा अपनी पर्सनैलिटी की वजह से भी सुर्खियों में रहते थे। गोल्ड (सोना) उनकी पर्सनैलिटी या यूं कहें कि उनकी पहचान बन चुका था तो गलत नहीं होगा। वह खुद भी कहा करते थे कि गोल्ड इस माय गॉड। दरअसल बप्पी दा अमेरिकी पॉप स्टार एल्विस प्रेस्ली से काफी प्रभावित थे। एल्विस अपने म्यूजिक कॉन्सर्ट के दौरान सोने की चेन पहनते थे। उन्हें देखकर बप्पी दा ने भी खुद को इसी प्रकार रखने का फैसला किया।

2014 में बप्पी दा ने चुनाव लड़ा था। इस दरम्यान उन्होंने शपथ पत्र में बताया था कि उनके पास करीब 35 लाख रुपये से अधिक का गोल्ड है। जबकि चांदी करीब ढाई लाख रुपये के आसपास है। बप्पी दा का अंतिम संस्कार 17 फरवरी को बेटे बप्पा लहरी के अमेरिका से वापस लौटने के बाद किया जाएगा। बप्पी दा के आखिरी समय में उनके बेटे बप्पा लहरी उनके पास नहीं थे। बप्पा पिता से दूर लॉस एंजेलिस में थे। इसलिए अब परिवार उनका वापस आने का इंतजार कर रहा है। बप्पी दा का अंतिम संस्कार पवन हंस श्मशान घाट में किया जाएगा।