अपर मुख्य अधिकारी ने ठेकेदारों पर कसा शिकंजा, लापरवाह ठेकेदारों का भुगतान रोकने के निर्देश

-निर्माण कार्यों में लापरवाही और मनमानी नही होगी बर्दाश्त: धर्मजीत त्रिपाठी

बुलंदशहर। जिला पंचायत अपर मुख्य अधिकारी धर्मजीत त्रिपाठी ने ठेकेदारों पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदारों की अब मनमानी नही चलेगी। जिला पंचायत से टेंडर लेने के बाद बिना बताए कार्य शुरु कर खत्म करने वाले ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। कार्य शुरु होने से पहले ठेकेदारों को क्षेत्रीय सदस्य को बताना होगा, उसके बाद ही कार्य शुरु होगा। बिना बताए कार्य शुरु करने वाले ठेकेदारों का भुगतान नही होगा।
अपर मुख्य अधिकारी धर्मजीत त्रिपाठी ने क्षेत्रीय अभियंताओं को पत्र जारी कर निर्देश दिए है कि भविष्य में जो भी ठेकेदार निर्माण कार्य करेगा, उससे पूर्व उस ठेकेदार को क्षेत्रीय सदस्य को कार्य की जानकारी देनी होगी। उसके बाद ही निर्माण कार्य शुरु हो सकेगा। सदस्य को बिना बताए निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदारों का भुगतान नही किया जाएगा।

गौरतलब हो कि तीन दिन पूर्व जिला पंचायत में हुई बोर्ड बैठक में सभी जिला पंचायत सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. अंतुल तेवतिया के समक्ष बोर्ड बैठक में ठेकेदारों द्वारा की जा रही मनमानी का मुद्दा उठाया था। आरोप था कि निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदार बिना बताए काम शुरु और खत्म कर देते है। इस तरह कार्य करने से ठेकेदार द्वारा इस्तेमाल की जा रही निर्माण सामाग्री की गुणवत्ता का भी पता नही चल पाता है। जिस कारण ठेकेदार अपने मनमानी तरीके से कार्य करते है। मामले को संज्ञान में लेते हुए अपर मुख्य अधिकारी ने तत्काल सभी ठेकेदारों को चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की लापरवाही और मनमानी नही चलेगी। बना बताए निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदारों का भुगतान नही किया जाएगा।

निर्माण कार्य शुरु करने से पहले क्षेत्रीय सदस्य को इसकी जानकारी दें। निर्माण कार्य में इस्तेमाल सामाग्री की गुणवत्ता का भी पूरा ध्यान रखें। अगर किसी भी प्रकार की निर्माण कार्य सामाग्री में गुणवत्ता खराब पाई गई तो संबंधित ठेकेदार का भुगतान रोकने के साथ-साथ उसकी फर्म को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। निर्माण कार्य के लिए शासन की ओर से राशि दी जाती है, यह गुणवत्तापूर्ण होनी चाहिए। अधिकारियों को निर्देश दिए कि ठेकेदारों की मनमानी नही होनी चाहिए और उनके कार्यों की निंरतर मॉनिटरिंग होनी चाहिए। साथ निर्माण कार्य को समयानुसार शुरु कराएं।