अवैध कॉलोनी पर चला यमुना प्राधिकरण का बुलडोजर, अवैध खनन करने वालों पर एफआईआर

ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण ने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। शुक्रवार को सेक्टर-17 ए में किए जा रहे अवैध अतिक्रमण को गिरा दिया। यहां करीब 2 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण किया जा रहा था। इस जमीन की कीमत करीब 19 करोड़ रुपये है। यमुना सिटी के दो अलग-अलग सेक्टरों में भू-माफिया और खनन माफिया पर कार्रवाई की गई है। यमुना प्राधिकरण के एक भूखण्ड पर अतिक्रमण करके अवैध रूप से प्लॉटिंग की गई थी।


जेवर एयरपोर्ट का निर्माण शुरू होते ही इलाके में अतिक्रमण की बाढ़ सी आ गई। हालांकि यमुना प्राधिकरण अतिक्रमण के खिलाफ लगातार अभियान चलाता रहता है। शुक्रवार को भी प्राधिकरण की टीम ने सेक्टर 17 ए के भूखंड संख्या-9 में किए जा रहे अतिक्रमण को गिरा दिया। यहां करीब 2 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण किया जा रहा था। यहां बनाई गई चारदीवारी को टीम ने गिरा दिया। प्राधिकरण ने करीब 2 एकड़ जमीन खाली कराई है। इसकी कीमत करीब 19 करोड़ रुपये है। यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान लगातार चलता रहेगा। अतिक्रमण करने वालों पर मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।

इसके अलावा यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 18 के पॉकेट आई में बने सब स्टेशन के समीप हो रहे मिट्टी खनन को रुकवा दिया गया। यहां पर काफी दिनों से मिट्टी खनन की जा रही थी। प्राधिकरण के संज्ञान में आते ही अवैध खनन को रुकवा दिया गया। साथ ही दनकौर थाने में खनन करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। खनन करने वालों के खिलाफ दनकौर थाने में एफआइआर दर्ज करवाई गई है।

यमुना अथॉरिटी के कार्यवाहक मुख्य कार्यपालक अधिकारी कपिल सिंह ने कहा कि अवैध अतिक्रमण करने वालों और अवैध खनन करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जाएगी। अवैध अतिक्रमण व खनन बिल्कुल भी बर्दाश्त नही किया जाएगा। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि दोबारा अवैध निर्माण या फिर खनन की शिकायत मिली तो संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। बता दें कि यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुणवीर सिंह छुट्टी पर हैं। उनका कार्यभार अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी कपिल कुमार सिंह के पास है।