हमारा आंगन, हमारे बच्चे कार्यक्रम में बच्चों को शिक्षा के प्रति किया जागरुक

-ऐसी शिक्षा दी जाए, जिससे बच्चों का शिक्षा के प्रति बना रहे उत्साह: विनोद मिश्रा

गाजियाबाद। तीन से छह वर्ष के अधिक से अधिक विद्यार्थियों को प्राथमिक शिक्षा से जोडऩे के लिए सभी जिम्मेदार नागरिक को अपनी सक्रिय भूमिका निभानी होगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षक व विद्यालय प्रबंध समिति के जिम्मेदार इस दिशा में सार्थक पहल करें। उक्त बातें शनिवार को आईटीएस मोहन नगर के द्रोणाचार्य सभागार में आयोजित हमारा आंगन, हमारे बच्चे कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि रेडक्रास सोसायटी सचिव किरण गर्ग ने कहीं। उन्होंने कहा बेसिक शिक्षा एक परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। आने वाले समय मे इसके सुखद परिणाम परिलक्षित होंगे। बेसिक शिक्षा विभाग व बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के समन्वय से आयोजित समारोह में सभी पांचों विकास खण्डों से खण्ड शिक्षा अधिकारियो, एआरपी, स्कूल रेडिनेस नोडल शिक्षक संकुल, स्कूल रेडिनेस नोडल शिक्षक के साथ सीडीपीओ, आंगनबाड़ी सुपरवाइजर, कार्यकत्रियों व अभिभावकों ने प्रतिभाग किया।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) विनोद मिश्रा ने कहा छोटे बच्चों को शिक्षित करने की जितनी जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व शिक्षकों की है। उतनी ही नामांकन व नियमित उपस्थिति का ध्यान रखने की जिम्मेदारी अभिभावकों की भी है। बच्चों को इस प्रकार शिक्षा दी जाए जिससे कि उनके मानसिक क्षमता का विकास हो तथा शिक्षा के प्रति उनका उत्साह बना रहें। आंगनबाड़ी केंद्रों व प्राथमिक विद्यालयों में बुनियादी साक्षरता के अर्तगत कई प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने कहा हमारे शिक्षक बच्चों की उपस्थिति से लेकर उनकी शिक्षा की गुणवत्ता को बढाने में अपना शत प्रतिशत योगदान दे रहे हैं। जब बेसिक शिक्षा के बदलते स्वरूप को हम देखते हैं तो निश्चित रूप से कह सकते हैं कि आने वाले समय मे परिषदीय विद्यालय निजी विद्यालयों से कई गुणा आगे होंगे।

विशिष्ठ अतिथि आईटीएस डायरेक्टर सुरेन्द्र सूद ने कहा कि हम हायर एजुकेशन में ही बच्चों को देखते हैं लेकिन आज हमें उसका पता लगा यह यह सब हमारे आंगनवाड़ी और प्राथमिक शिक्षकों की मेहनत की ही देन है। डीसी प्रशिक्षण अरविन्द शर्मा ने कहा शिक्षकों की मेहनत प्रशंसा के योग्य है। शिक्षकों द्वारा जो भी टीएलएम बनाये गए हैं वह निश्चित रूप से एक से बढ़कर एक हैं। कक्षा शिक्षण में इसके प्रयोग से शिक्षा की गुणवत्ता को बढाने में निश्चित रूप से सहायता मिलेगी। खंड शिक्षा अधिकारी जमुना प्रसाद ने कहा कि हमारे शिक्षक परिषदीय विद्यालयों के उन बच्चों को पढ़ाते हैं जिनके पास साधन सीमित हैं। ऐसे में उनके द्वारा बच्चों के अधिगम में जो प्रगति की गयी वह सराहनीय है। अब आगामी सत्र 2023-24 में हम लोगों को एक सुनियोजित तरीके से कार्य करते हुए निपुण जनपद बनाकर अपने जनपद को गौरवान्वित करना है।

इसके बाद सराहनीय कार्य करने वाले आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों, शिक्षक संकुलो, नोडल शिक्षको, नोडल एआरपी को सम्मानित कर उत्साहवर्धन भी किया गया। राज्य से प्रेषित पीपीटी व हम हैं तैयार वीडियो का प्रदर्शन किया गया। स्कूल रेडिनेस कैलेंडर, शिक्षक संदर्शिका का विमोचन भी मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों द्वारा किया गया। विकास खण्डवार लगे टीएलएम स्टॉल का भ्रमण भी अतिथियों द्वारा किया गया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला समन्वयक प्रशिक्षण अरविन्द शर्मा, डीसी रूचि त्यागी, बीईआई सर्वेश कुमार, जमुना प्रसाद, कुसुम सिंह,दीपक गौतम, नोडल एसआरजी सदस्य डॉ. देवांकुर, डॉ.पूनम शर्मा, डॉ. विनिता त्यागी, नोडल एआरपी अंजू सैनी, रेनू चौधरी, रेनू चौहान, अर्चना रानी, शिक्षको मोहम्मद जाकिर, अंशु सिंह, रीनू चौधरी, शिववती और गीता का प्रमुख योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन पूनम शर्मा एवं देवांकुर ने किया।