तीन दिन से लापता इनकम टैक्स इंस्पेक्टर का पेड़ पर व पत्नी खेत में मिला शव

गाजियाबाद। बुलंदशहर जनपद के बीबीनगर थाना क्षेत्र के गांव तिवड़ा से बीते 8 मार्च से लापता इनकम टैक्स इंस्पेक्टर और उनकी पत्नी का शनिवार को पुलिस ने मुरादनगर गंगनहर के पास गांव चितौड़ा गांव के जंगल से शव बरामद किए। पुलिस ने दंपति के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं सूचना मिलने पर गांव से सभी परिजन भी गाजियाबाद पहुंचे। बुलंदशहर के बीबीनगर थाना क्षेत्र के गांव तिबड़ा निवासी रतिपाल सिंह ने बीते दिनों बीवीनगर थाने पर गुमशुदगी की तहरीर दी थी। उन्होंने बताया था कि उनका भाई रणपाल सिंह (42) पत्नी रेखा (38) के साथ टीवीएस मोटरसाइकिल से वैशाली स्थित फ्लैट पर जाने के लिए 8 मार्च को घर से निकले थे। रणपाल सिंह आर्मी से सेवानिवृत है और वर्तमान में वह दिल्ली में इनकम टैक्स विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। लेकिन, वह दोनों वहां नहीं पहुंचे। बीवीनगर पुलिस ने तहरीर के आधार पर दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली थी।

शनिवार को पति-पत्नी के शव मुरादनगर गंगनहर क्षेत्र में चितौड़ा गांव के जंगल से बरामद हुए हैं। शव मिलने की सूचना मिलने पर डीसीपी ग्रामीण जोन रवि कुमार, एसीपी निमिष पाटिल व मुरादनगर थाना प्रभारी सतीश कुमार पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। डीसीपी ने जंगल में छानबीन की।डीसीपी रवि कुमार का कहना है कि दोनों पति-पत्नी का शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। पुलिस इस मामले में छानबीन कर रही हैं। वहीं, रति पाल सिंह व अन्य परिजन दोनों की हत्या की आशंका जता रहे हैं। इनकम टैक्स इंस्पेक्टर रणपाल सिंह का शव पेड़ से लटका हुआ था। जबकि उनकी पत्नी रेखा पास में ही खेत में पड़ी मिली है। पुलिस को शवों के पास से बाइक भी बरामद हुई है।

रणपाल सिंह आर्मी से हवलदार पद से रिटायर हैं। इसके बाद वह आयकर विभाग के आईटीओ दिल्ली स्थित कार्यालय में नौकरी कर रहे थे। वह अपनी पत्नी रेखा,20 वर्षीय बेटी महिका,16 वर्षीय बेटे दिशांत के साथ वैशाली सेक्टर-4 मकान नंबर तीन, शिप्रा टावर में रहते थे। यहां से वह 8 मार्च को होली के दिन वह अपनी पत्नी रेखा के साथ टीवीएस बाइक से गांव के लिए निकले थे। पुलिस अधिकारी छानबीन के बाद ही स्थिति को स्पष्ट करने की बात कह रहे हैं।पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को दोनों के शव सौंप दिए। वहीं, दंपति के बेटी-बेटा और परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में ही दोनों का अंतिम संस्कार किया गया।