यूपी सरकार के खजाने को भरने में जुटा गाजियाबाद का आबकारी विभाग

कार्रवाई के साथ राजस्व में भी बना रहा रिकार्ड, एक माह में करोड़ो की राजस्व वसूली,  एक माह में गाजियाबाद के शौकीन पी गए 122.5 करोड़ रुपए की शराब। आबकारी विभाग ने जनवरी महीने में राजस्व वसूली में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 122.5 करोड़ रुपए राजस्व वसूली की है। जो कि पिछले वर्ष के मुकाबले 23.42 करोड़ कम है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के शुरुआती करीब 6 महीने आबकारी विभाग के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा। दिल्ली सरकार द्वारा नई शराब नीति लागू होने के बाद से दिल्ली में शराब सस्ती हो गई। गाजियाबाद से 1998.45 करोड़ रुपये का आबकारी राजस्व वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसमें आबकारी विभाग ने वर्ष 2022-23 में अप्रैल से जनवरी माह तक 1185.18 करोड़ रुपए राजस्व वसूल किया है। वर्ष 2021-22 में अप्रैल से जनवरी माह तक 1185.09 करोड़ रुपए का लक्ष्य हासिल किया था। 

गाजियाबाद। शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई के साथ-साथ राजस्व वसूली का लक्ष्य हासिल करने के लिए आबकारी विभाग कार्रवाई को लेकर सख्त हो गया है। विभाग ने बिना लाइसेंस चल रही बार पर कार्रवाई करने के साथ-साथ बाहरी शराब तस्करी रोकने के लिए भी अभियान तेज कर दिया है। जनपद गाजियाबाद की बात की जाए तो यहां पर आबकारी विभाग ने शासन के निर्धारित लक्ष्य से भी अधिक राजस्व प्राप्त करने में सफलता हासिल की है। राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य को भेदने के साथ ही जनपद में आबकारी विभाग ने शराब माफियाओं की भी कमर तोड़ने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है। वर्ष 2022-23 में राजस्व वसूली का टारगेट बढ़ने से आबकारी विभाग की मुसीबत बढ़ गई है। मगर राजस्व वसूली के टारगेट को पूरा करने में आबकारी विभाग कोई कसर बाकी नही छोड़ रहा हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के खजाने में आबकारी राजस्व के रूप में रकम जुटाने में गाजियाबाद अहम भूमिका निभा रहा है।

आबकारी विभाग ने जनवरी महीने में राजस्व वसूली में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 122.5 करोड़ रुपए राजस्व वसूली की है। जो कि पिछले वर्ष के मुकाबले 23.42 करोड़ कम है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के शुरुआती करीब 6 महीने आबकारी विभाग के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा। दिल्ली सरकार द्वारा नई शराब नीति लागू होने के बाद से दिल्ली में शराब सस्ती हो गई। दिल्ली में लोगों को सस्ती दर पर शराब मिलने के साथ ही एक बोतल के साथ एक बोतल फ्री का ऑफर दिया जा रहा था। गाजियाबाद दिल्ली से सटा हुआ है और गाजियाबाद को दिल्ली से जोड़ने वाले कई ऐसे रास्ते है। जिन रास्तों से लोग दिल्ली से गाजियाबाद में आसानी से शराब लेकर आते थे। हालांकि आबकारी विभाग ने इस बीच दिल्ली से शराब लेकर गाजियाबाद आने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की। दिल्ली सरकार की नई शराब नीति ने गाजियाबाद के साथ नोएडा, मेरठ, बागपत समेत विभिन्न जनपदों के राजस्व को काफी प्रभावित किया। लेकिन आबकारी विभाग ने इन सभी चुनौतियों का डटकर मुकाबला किया। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने दिल्ली सरकार की चुनौती को स्वीकार करते हुए इसकी भरपाई कार्रवाई के तौर पर पूरी की। बॉर्डर, हाईवे, चेक पोस्ट समेत दिल्ली सीमा से जुड़े सभी रास्तों पर दिल्ली से शराब लाने वालों की निगरानी के लिए आबकारी विभाग की टीम 24 घंटे कार्रवाई में मुस्तैद रही।

जिसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए। आबकारी विभाग की कार्रवाई के चलते शराब के सैकड़ों शौकीनों को जेल की हवा खानी पड़ी। आबकारी विभाग की सर्तकता और शराब माफियाओं के खिलाफ अपनाये गये सख्त रूख का असर रहा कि चालू वित्तीय वर्ष के विगत 10 महीने के दौरान लगभग 1185.18 करोड़ रुपए की शराब की बिक्री हुई है।
गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश सरकार की माली हालत को सुधारने में गाजियाबाद का आबकारी विभाग अपना महत्वपूर्ण रोल अदा कर रहा है। संकट कोई भी हो, लेकिन उस संकट को अवसर के रूप में लेकर आबकारी विभाग राजस्व की बढोत्तरी में अपनी अहम भूमिका निभाने में कोई कोर कसर नही छोड़ता। दरअसल प्रदेश सरकार के राजस्व को बढ़ाने के लिए आबकारी विभाग हर संभव प्रयास करता है। साथ ही अवैध शराब का कारोबार करने वाले तस्करों पर भी कार्रवाई करने से भी नही चूकता है।

10 माह में 1185.18 करोड़ रुपए राजस्व वसूल
यूपी सरकार ने इस वर्ष गाजियाबाद से 1998.45 करोड़ रुपये का आबकारी राजस्व वसूली का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसमें आबकारी विभाग ने वर्ष 2022-23 में अप्रैल से जनवरी माह तक 1185.18 करोड़ रुपए राजस्व वसूल किया है। वर्ष 2021-22 में अप्रैल से जनवरी माह तक 1185.09 करोड़ रुपए का लक्ष्य हासिल किया था। वर्ष 2023 जनवरी तक देशी शराब 1 करोड़ 59 लाख 26 हजार 169 लीटर, अग्रेंजी 99 लाख 27 हजार 301, बीयर 2 करोड़ 97 लाख 63 हजार 924 केन की बिक्री हुई। वर्ष 2022 जनवरी तक देशी शराब 1 करोड़ 37 लाख 87 हजार 623, अग्रेंजी 1 करोड़ 13 लाख 72 हजार 262 बोतल, बीयर 2 करोड़ 44 लाख 64 हजार 154 केन की बिक्री हुई है। जिला आबकारी अधिकारी के नेतृत्व में आबकारी निरीक्षकों की टीमें निरंतर लगातार छापामार कार्रवाई कर तस्करों के मंसूबों पर पानी फेरने काम कर रही है। शराब माफिया पर शिकंजा कसने के साथ-साथ वह लाइसेंसशुदा शराब विक्रेताओं को भी समय-समय पर नियम-कानून का पाठ पढ़ाने से नही चूक रहा है। शराब माफिया से निपटने के लिए गाजियाबाद में जिस प्रकार के प्रयोग किये जा रहे है, उसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले है।

एक माह में 122.5 करोड़ रुपए का राजस्व किया हासिल
जनवरी 2023 में देशी शराब 17 लाख 85 हजार 122 लीटर, अग्रेंजी 12 लाख 96 हजार 283 बोतल, बीयर 15 लाख 23 हजार 159 केन की बिक्री हुई है। पिछले वर्ष जनवरी 2022 में देशी 15 लाख 25 हजार 66 लीटर, अग्रेंजी 13 लाख 27 हजार 318 बोतल, बीयर 12 लाख 95 हजार 830 केन की बिक्री हुई है।  आबकारी विभाग ने जनवरी 2023 में गाजियाबाद जनपद में 122.5 करोड़ रुपए की शराब बिक्री हुई है। पिछले वर्ष जनवरी माह में आबकारी विभाग ने 145.93 करोड़ का राजस्व वसूला था। आबकारी विभाग शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने के साथ-साथ राजस्व वसूली में भी अपना हर माह नया रिकार्ड कायम करता है।
मगर गत वर्ष दिल्ली शराब की नीति के चलते पिछले वर्ष जनवरी माह में हासिल हुए राजस्व के मुकाबले 23.42 करोड़ कम वसूल पाया है। सरकार की मंशा के अनुरूप शराब के परिवहन एवं निर्माण पर अंकुश लगाने के लिए आबकारी विभाग चुनाव हो या फिर त्योहार इन सब को पीछे छोड़ते हुए प्रतिदिन अपने कर्तव्य को अंजाम देता है।

राकेश कुमार सिंह
जिला आबकारी अधिकारी

जनपद में तस्करी रोकने के लिए रोजाना नई रणनीति के तहत कार्रवाई की जा रही है। साथ ही शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के लिए भी पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम तस्करों पर कार्रवाई करने के लिए लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। आगे भी जनपद में शराब तस्करी पर लगाम लगाने के लिए कार्रवाई जारी रहेगी। अवैध शराब की बिक्री पर सख्ती बरती जा रही है। आबकारी विभाग की टीमें लगातार कार्रवाई कर रही है। राजस्व में वृद्धि करना विभाग की प्राथमिकता में शुमार है। जिसके लिए समय-समय पर हर संभव प्रयास किए जा रहे है। जनपद में जहां भी शराब तस्करों के ठिकाने थे, उन्हें पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है। जनपद में कोई भी अवैध शराब बिक्री, तस्करी करता पाया जाएगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा लाइसेंसशुदा विक्रेताओं को भी सख्त हिदायत दी गई है। जिससे वह ओवर रेटिंग न कर सकें। होटल व बिना लाइसेंस चल रहे बार पर कार्रवाई कर उन पर जुर्माना लगाया जा रहा हैं।
राकेश कुमार सिंह
जिला आबकारी अधिकारी