तेजतर्रार आईपीएस अजय मिश्रा बने गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर

गाजियाबाद। जनपद गाजियाबाद को कमिश्नरेट घोषित होने के 5 दिन बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने नया पुलिस कमिश्नर दे दिया। 2003 बैच के आईपीएस ऑफिसर अजय मिश्रा गाजियाबाद के पहले पुलिस कमिश्नर होंगे। वहीं वर्तमान में एसएसपी मुनीराज जी. को अयोध्या का एसएसपी बनाया है। सोमवार देर रात पुलिस मुख्यालय से आदेश जारी हुआ और गाजियाबाद, आगरा, प्रयागराज को कमिश्नरेट बनाने की घोषणा के बाद कमिश्नर के नाम पर लगाए जा रहे इन कयासों पर विराम लगा दिया।
जिला बलिया निवासी अजय मिश्रा के पिता कुबेर नाथ शर्मा यूपी पुलिस में कांस्टेबल थे। वह ज्यादातर समय वाराणसी जिले में ही तैनात रहे। कुबेर नाथ का सरकारी आवास वाराणसी पुलिस लाइन में था। जहां से अजय मिश्रा ने प्रारंभिक शिक्षा पूरी की। बचपन से ही अजय मिश्रा को पुलिस का माहौल मिला है।

वाराणसी पुलिस लाइन से ही कुबेर नाथ मिश्रा का रिटायरमेंट हुआ। इसलिए उन्हें रॉबिन हुड भी कहा जाता है। वर्ष 2003 में अजय मिश्रा आईपीएस ऑफिसर बन गए। वर्ष 2014 में वाराणसी एसएसपी रहते हुए अजय मिश्रा खूब चर्चाओं में रहें। जिसकी वजह यह थी कि उन्होंने अपने ही एसपी से सरकारी गाड़ी छीन ली थी। मामला मीडिया में हाईलाईट होने के बाद इस मामले में अजय मिश्रा और उनके एसपी को शासन ने तलब किया। जिसके बाद दोनों को ही वहां से हटा दिया गया। अजय मिश्रा की गिनती यूपी के तेजतर्रार अधिकारियों में होती है।

उसके बाद मार्च 2015 में अजय मिश्रा केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर चले गए। वह गृह मंत्रालय के अधीन इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) में सेवारत रहे। सितंबर 2022 में अजय मिश्रा की केंद्र से उत्तर प्रदेश में फिर से वापसी हुई। फिलहाल डीजीपी मुख्यालय लखनऊ से अटैच थे। अब शासन ने फिर गाजियाबाद के पहले पुलिस कमिश्नर के रूप में अजय मिश्रा पर भरोसा जताया है। अजय मिश्रा इससे पहले सुल्तानपुर, कानपुर, वाराणसी में एसएसपी के रूप में अपनी सेवाओं को दे चुकें है। यूपी एटीएस में एसपी भी पोस्टेड रहे। पहले पुलिस कमिश्नर के तौर पर अजय मिश्रा के ऊपर बहुत बड़ी जिम्मदारी है। वह किस तरह से शहर में अपराध पर लगाम लगता हैं पूरे प्रदेश की नजरें उनपर रहेंगी।