मौज-मस्ती के लिए दिल्ली-एनसीआर में वाहन चोरी की वारदातों में लगा दिया शतक

  • चोरी की 20 बाइक व गिरोह का सरगना समेत पांच वाहन चोर गिरफ्तार
  • वाहन चुराने का सिस्टेमेटिक नेटवर्क, प्रत्येक सदस्य का काम था बंटा

गाजियाबाद। दिल्ली-एनसीआर में मौज-मस्ती के लिए दुपहिया वाहन चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह के सरगना समेत पांच शातिर वाहन चोरों को थाना क्रॉसिंग रिपब्लिक पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने चोरी की 20 बाइकों को बरामद किया है। पकड़े गए आरोपी पैदल घूम कर सुनसान जगह पर खड़ी बाइकों को चोरी कर उसे सुनसान जगह पर छिपा देते थे। चोरी के कुछ दिन बाद बाइक का नंबर प्लेट बदलकर ग्रामीण क्षेत्र में जाकर 10 से 15 हजार रुपए में बेच देते थे। आरोपी पिछले करीब 1 वर्ष से लगातार वाहन चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे है, जो कि सौ से अधिक बाइकों को चोरी कर बेच चुके है। यह गैंग गाजियाबाद, एनसीआर, हरियाणा व दिल्ली में वाहन चुराया करता था। इस गिरोह ने वाहन चुराने का नेटवर्क पूरी तरह से सिस्टेमेटिक बनाया हुआ था। वाहन चोरी करने और उसे ठिकाने लगाने तक प्रत्येक सदस्य का काम बंटा हुआ था।

थाना क्रॉसिंग रिपब्लिक पुलिस की गिरफ्त में वाहन चोर

मंगलवार को क्रॉसिंग रिपब्लिक थाने में वाहन चोरी की घटना का खुलासा करते हुए डीसीपी (ग्रामीण) रवि कुमार ने एसीपी वेबसिटी रवि प्रकाश सिंह की मौजूदगी में बताया कि थाना क्रॉसिंग रिपब्लिक एसएचओ उमेश चन्द्र नैथानी अपनी टीम के साथ चेकिंग कर रहे थे। तभी चेकिंग के दौरान दो बाइक पर सवार पांच युवकों को पुलिस ने रुकने का इशारा किया। पुलिस को देख आरोपी भागने लगे। पुलिस टीम ने पीछा कर आरोपियों को पकड़ लिया। जब बाइक के कागजात मांगे तो दिखाने में असमर्थ दिखाई दिए। आरोपियों को थाने में लाकर सख्ती से पूछताछ की गई तो पता चला कि बरामद वाहन चोरी के है। जिनकी निशानदेही पर चोरी की 18 अन्य बाइक बरामद किया गया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों की पहचान विशाल उर्फ नेता पुत्र अनुज निवासी ग्राम रजापुर, पवन पुत्र नरेश निवासी सतपाल चौधरी का मकान ग्राम रजापुर, विभू सिहपुत्र बिनोद सिंह निवासी ग्राम नरदोली सिकन्दरपुर वैश्य जिला कासगंज, विनय पुत्र चेतन निवासी किरायेदार अनुज भाटी का मकान भौपुरा चौक पंच शील कालौनी टीला मोड़, मोहित पुत्र आराम सिह निवासी ग्राम क्यामपुर कासगंज है। पकड़े गए आरोपी दिल्ली-एनसीआर में दुपहिया वाहन चोरी की वारदात को अंजाम देते थे।

एसीपी वेब सिटी रवि प्रकाश सिंह ने बताया गिरोह का सरगना विशाल उर्फ नेता है। पकड़े गए आरोपी नई उमर के है, जो मौज-मस्ती के लिए ही वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। आरोपी पिछले करीब 1 वर्ष से लगातार वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे है, जो 100 से अधिक वाहन चोरी कर बेच चुके है। आरोपी ज्यादातर स्प्लेंडर बाइक ही चोरी करते थे। क्योंकि स्प्लेंडर बाइक का लॉक तोडऩे में इन्हें आसानी रहती थी। चोरी की बाइकों का नंबर प्लेट बदलकर ग्रामीण क्षेत्र में ले जाकर उसे 10 से 15 हजार रुपए में बेच देते थे। जिनका अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। बरामद बाइक में से करीब 13 बाइकों को ट्रेस कर लिया गया है, जो गाजियाबाद, दिल्ली और नोएडा से चोरी की गई थी। आरोपी बाइक चोरी करने के लिए गिरोह बनाकर पैदल ही घूमते थे और मौका पाकर सुनसान जगह पर खड़ी बाइकों को चोरी कर सुनसान जगह पर छिपा देते थे।