असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने की मुलाकात

-ब्राह्मण समाज के उत्थान को लेकर की विभिन्न मुद्दों पर चर्चा
-कामाख्या देवी मंदिर से जनकपुर के लिए ट्रेन सुविधा की मांग, महाप्रबंधक अंशुल गुप्ता से भी की मुलाकात

गुवाहाटी। ब्राह्मण समाज के उत्थान को लेकर असम के महामहिम राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के साथ बुधवार को उनके कार्यालय पर अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए होली पर्व की शुभकामनाएं भेंट की। इस दौरान ब्राह्मण समाज के उत्थान, ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन आदि बिंदुओं पर चर्चा की गई। ब्राह्मण महासभा के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री तरूण मिश्र निरंतर सक्रिय हैं। देश-विदेश में ब्राह्मण समाज के कल्याण के लिए वह हर संभव प्रयास कर रहे हैं। देश के विभिन्न राज्यों में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन को लेकर उन्होंने मुहिम छेड़ रखी है। इस बीच तरूण मिश्र ने राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि देश में इस समय ब्राह्मण समाज को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

ब्राह्मण समाज की आवाज को पुरजोर तरीके से उठाया नहीं जा रहा है। उन्होंने कहा कि असम में ब्राह्मण समाज कल्याण बोर्ड के गठन की जरूरत है ताकि समाज का कोई भी व्यक्ति इस बोर्ड के जरिए अपनी समस्या का समाधान करा सके। तरूण मिश्र ने कहा जिस तरह से ब्राह्मण समाज के हकों का दोहन हो रहा हैं, इससे आने वाली पीढ़ी का जीना मुश्किल हो जाएगा। ब्राह्मण समाज के कल्याण के लिए देश में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन बेहद ही जरुरी हो गया हैं। अगर इसे पूरे देश में जल्द लागू नही किया गया तो ब्राह्मण का समाज में जीना मुश्किल हो जाएगा। तरुण मिश्र की बातों को सुनकर राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने आश्वासन दिया कि जल्द ही आपकी बातों को पत्र के माध्यम से सरकार को अवगत कराया जाएगा।

वहीं तरुण मिश्र ने गुवाहाटी में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्यालय में महाप्रबंधक अंशुल गुप्ता से भी मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र के लोगों को कामाख्या देवी के दर्शन के साथ-साथ सीता माता की नगरी जनकपुर तक जाने के लिए रेल सुविधा उपलब्ध कराए जाने के विषय पर चर्चा की। उन्होंने कहा पूर्वोत्तर क्षेत्र के लोगों माता सीता के दर्शन के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दोनों की करीब 770 किलोमीटर की दूरी है। ट्रेन की सुविधा न होने के कारण उन्हें जनकपुर जाने के लिए कई तरह की तकलीफों का सामना करना पड़ रहा हैं। अगर कामाख्या देवी मंदिर से जनकपुर के लिए सीधे ट्रेन की सुविधा शुरु कर जाए तो क्षेत्र के लोगों को काफी राहत मिलेगी। उन्होंने तरुण मिश्र की बातों को सुनकर कहा कि आप जिस तरह से जनहित के मुद्दों को लेकर आवाज उठा रहे हैं, वह बहुत ही सराहनीय हैं। कामाख्या मंदिर से जनकपुर के लिए ट्रेन का संचालन को लेकर रेल मंत्री से वार्ता की जाएगी। जल्द ही इस समस्या का भी निस्तारण किया जाएगा।