जीआरपी ने साढ़े 14 लाख के 75 मोबाइल फोन यात्रियों को लौटाए, फोन पाकर खिले चेहरे

-पुराना रेलवे स्टेशन का एसीपी ने किया निरीक्षण

गाजियाबाद। मोबाइल फोन खो जाता है या चोरी हो जाता है। आप पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाते हैं, लेकिन कई दिनों या हफ्तों तक भी कोई सूचना न मिलने पर आप उम्मीद छोड़ देते हैं कि आपका फोन मिल सकेगा। ऐसे ही कई मायूस चेहरों पर तब खुशी की लहर दिखी, जब राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने उनके गुमे मोबाइल फोन उन्हें लौटाए। खोए अथवा गिरे हुए मोबाइल बरामद होने पर जब एसपी आशुतोष शुक्ला ने गुरुवार को 75 लोगों को सौंपे तो उनके चेहरे खिल उठे। मोबाइल को वापस पाकर लोगों ने एसपी और मोबाइल बरामद करने वाली टीम को धन्यवाद दिया। मोबाइल पाने वालों में व्यापारी, छात्र, फौजी और आम नागरिक भी शामिल हैं। इनकी कीमत करीब साढ़े 14 लाख बताई जा रही है।

गुरुवार को जीआरपी कार्यालय में एसपी आशुतोष शुक्ला ने सीओ श्वेता आशुतोष ओक्षा एवं जीआरपी प्रभारी अनुज मलिक की मौजूदगी में प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि ट्रेन में मोबाइल चोरी होने के बाद यात्री भूल चुके थे कि उनका फोन वापस मिलेगा। मगर, जीआरपी आफिस से जब फोन मिलने की जानकारी पहुंची तो खुशी का ठिकाना न रहा। गाजियाबाद जीआरपी ने जनवरी 2022 से अब तक सर्विलांस के जरिए पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान आदि राज्यों से मोबाइल के आईएमईआई नंबर की मदद से ट्रेस कर मोबाइल फोन को बरामद किया। गुरुवार को जीआरपी कार्यालय में सभी मोबाइल स्वामियों को बुलाया गया। इसमें आईफोन, वन प्लस, ओप्पो, सैमसंग जैसे ब्रांड के फोन हैं। एसपी जीआरपी ने बताया कि सर्विलांस और विशेष टीम को इस आपरेशन में लगाया गया था।

मुरादाबाद के राघवेंद्र विक्रम ने बताया कि कुछ माह पहले यात्रा के दौरान उनकी पत्नी का बैग चोरी हो गया था। उसमें फोन भी था। उन्होंने जीआरपी थाने में एफआईआर दर्ज कराई। लंबा समय बीतने के बाद उन्हें फोन मिलने की कोई उम्मीद नहीं थी। मगर, बुधवार को उनके पास जीआरपी थाने से फोन आया कि मोबाइल फोन लेने के लिए आ जाएं। मोबाइल मिलने पर उनको खुशी है। बिहार के वेगुसराय निवासी आदित्य कुमार ने बताया कि 10 माह पहले ट्रेन में सफर के दौरान स्टेशन पर फोन गुम हुआ था। उन्होंने कंप्लेन दर्ज कराई थी। 10 माह होने के बाद उनको फोन वापस मिलने की उम्मीद नहीं थी।

मगर, दो दिन पहले जब फोन आया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। ये उनका पहला फोन था। इसी तरह जितने भी लोग थे, वो अपना फोन वापस पाकर खुश थे। वहीं, जीआरपी एसपी ने सीओ, जीआरपी थाना प्रभारी एवं पुलिस फोर्स के साथ शाम को पुराना रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। महिला हेल्प डेस्क,बॉडी वार्म कैमरों की रिकॉर्डिंग, नफीस आईडी की फीडिंग, सीसीटीएनएस, थाने की जनरल डायरी, हवालात, माल खाना एवं साफ-सफाई को लेकर कार्यालय व स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने अभिलेखों का अवलोकन करते हुए पुलिसकर्मियों से शस्त्रों को खुलवाने व बंद करने की जानकारी भी ली गई।