कर्नाटक में योगी की भयंकर डिमांड चुनाव का ट्यून सेट कर रहे हैं बुलडोजर बाबा

विजय मिश्रा
ब्यूरो चीफ (उदय भूमि)
बेंगलुरू। कर्नाटक के चुनावी दंगल में जबरदस्त जोर-अजमाईश चल रही है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर धरातल पर भी दिख रहा है। दोनों पार्टी किसी कीमत पर सत्ता पर काबिज होना चाहती है। भाजपा हर में दक्षिण भारत के इस दुर्ग को बचाये रखना चाहती है। लेकिन चुनाव में एंटी इनकंबेंसी फैक्टर के साथ स्थानीय भाजपा नेताओं के प्रति लोगों में उत्साह कम है। इन्हीं सबके बीच भाजपा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘संजीवनी’ बन रहे हैं। कर्नाटक की जनता के बीच योगी आदित्यनाथ जबरदस्त लोकप्रिय हैं। मांड्या से लेकर कुलबर्गी तक बेलगांव से लेकर तटीय कर्नाटक तक हर जगह योगी को लेकर दीवानगी देखी जा सकती है। कर्नाटक की जनता योगी आदित्यनाथ में हिंदू नेता के साथ एक ईमानदार और माफियाओं का खात्मा करने वाले हीरो की छवि देख रही है। जनता की भयंकर डिमांड को देखते हुए भाजपा प्रत्याशियों में योगी आदित्यनाथ की जनसभा को लेकर होड़ दिखाई दे रहा है। आम जनता के साथ-साथ विशेषज्ञों की भी राय यही है कि योगी आदित्यनाथ कर्नाटक चुनाव के डिसाइडिंग फैक्टर होंगे।


कर्नाटक विधानसभा चुनावों में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्टार प्रचारक हैं। मांड्या, विजयपुरा, कुलबर्गी सहित लगभग आधा दर्जन जनसभाओं को योगी संबोधित कर चुके हैं। सीएम योगी के रैलियों में भारी भीड़ जमा हो रही है और जनता कर्नाटक में भी योगी मॉडल लागू करने की मांग कर रही है। अपराधियों के खिलाफ बड़ी मुहिम, माफिया और उसके गुर्गों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई की योगी मॉडल की गुंज कर्नाटक चुनाव में सुनाई दे रही है। विभिन्न क्षेत्रों में उतारे गए भाजपा प्रत्याशियों की ओर से योगी की सभाओं की डिमांड की जा रही है। माना जा रहा है कि योगी भाजपा कर्नाटक में भाजपा का समीकरण साधने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
40 स्टार प्रचारकों की सूची में मोदी और योगी के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण का भी नाम है। लेकिन डिमांड मोदी और योगी की ही है। यूपी में हो रहे शहरी निकाय के अहम चुनावों के बीच भी योगी का कम से कम चार से पांच दिन का प्रचार कार्यक्रम कर्नाटक के लिए तय किया जा रहा है। इसमें तीन दर्जन से अधिक सभाएं और रोड शो आयोजित किए जाने की तैयारी है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कार्यकतार्ओं से कह चुके हैं कि लव जिहाद जैसी घटनाओं को रोकने के लिए पार्टी का सत्ता में बने रहना जरूरी है। इन मुद्दों के साथ योगी यूपी में बीजेपी को दोबारा सत्ता में ला चुके हैं। लिहाजा, पार्टी को उम्मीद है कि इन मुद्दों को योगी चुनावी मंचों से धार देंगे तो उसका असर ज़्यादा होगा।
10 मई को होने वाले कर्नाटक के विधानसभा चुनाव के पहले यूपी में घटे घटनाक्रमों ने योगी को दुनिया भर में चर्चा में ला दिया है। कर्नाटक में योगी आदित्यनाथ का जो कार्यक्रम तय किया जा रहा है, उसमें मैसूर, दक्षिण कर्नाटक और तटीय क्षेत्रों की विधानसभा सीटों पर उनकी सभाएं करने पर जोर है। कनार्टक के योगेश्वर मठ का नाता भी उस गोरक्षपीठ से जुड़ता है, जिसके महंत योगी आदित्यनाथ हैं। योगी ‘राष्ट्र विरोधियों’ पर कार्रवाई के साथ ही राम मंदिर जैसे मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाने में सक्षम हैं, जिस पर बीजेपी कर्नाटक में भी चुनावी जमीन बनाने में लगी है।