घर से बाहर निकलते समय रखें ध्यान शहर में घूम रहा तेंदुआ

ग्रेटर नोएडा। पश्चिम उत्तर प्रदेश की बात की जाए तो आजकल तेंदुआ निकलना आम बात हो गई है। ग्रेनो वेस्ट के अजनारा ली गार्डेन के निर्माणाधीन प्रोजेक्ट में एक बार फिर से तेंदुआ की दस्तक से लोग दहशत के साये में जीने को मजबूर है। क्योंकि अभी तक मेरठ से बुलाई गई टीम भी तेंदुआ को नही पकड़ सकी है। जिस कारण टीम द्वारा चलाए गये ऑपरेशन के बाद अब खोजबीन बंद कर दी। सोसायटी के लोगों ने तेंदुआ के डर से पुलिस कार्यालय पर प्रदर्शन कर पकडऩे की मांग की। सूचना पर मंगलवार को वन विभाग की टीम एक बार फिर तेंदुए को पकडऩे के लिए पहुंची। टीम का तेंदुए के साथ आमना-सामना भी हुआ लेकिन पकड़ में नहीं आ सका। तेंदुआ पकडऩे के लिए देर शाम मेरठ से टीम बुलाई गई।

ग्रेटर नोएडा में एक सप्ताह के अंदर पांच बार तेंदुआ देखा जा चुका है। वन विभाग की मेरठ, आगरा और गाजियाबाद की 7 टीमों ने पीछली दो रातों से लागातार ऑपरेशन चलाया। केज और ट्रैक्यूलाइजर लेकर तैनात रही। तेंदुए के रेस्क्यू की पूरी तैयारी की, मगर तेंदुआ पकड़ा नहीं जा सका। जिस कारण सैकड़ों परिवार के लोग तेंदुए की वजह से दहशत साए में जीने को मजबूर है। गौरतलब हो कि ग्रेटर नोएडा की अजनारा ली गार्डन सोसायटी में तेंदुए की दहशत से लोग परेशान है, क्योंकि एक सप्ताह के अंदर पांच बार देखा जा चुका है। लेकिन अभी तक पकड़ा नही जा सका है।

पहली बार इस तेंदुए को सोसायटी के अंदर 27 दिसंबर को देखा गया था, जब छिप कर बैठा था, लोगों की आहट के बाद भाग गया। दूसरी बार मंगलवार यानी 3 जनवरी को तेंदुआ एक बिल्डिंग से दूसरी इमारत में जाते दिखाई दिया, जिसके बाद लोग कंफर्म हो गए कि खतरा बड़ा है और फिर वन विभाग को सूचना दी गई। जिला वन अधिकारी पीके श्रीवास्तव ने बताया कि तेंदुआ दिखाई देने की सूचना पर टीम उसको पकडऩे के लिए पहुंची थी। टीम ने भी वहां तेंदुए के समान जंगली जानवर को देखा है। काफी प्रयासों के बाद पकड़ में नहीं आ सका।