नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ गाजियाबाद को बनाएंगे नंबर-1 सप्ताह में एक दिन होगा “सेल्फ सैनिटेशन डे” वसुंधरा जोन से होगी शुरूआत जनभागीदारी से हासिल होगा स्वच्छता का लक्ष्य

ये दिल मांगे मोर की तर्ज पर डॉ. नितिन गौैड़ ने गाजियाबाद को स्वच्छ शहरों की सूची में गाजियाबाद को नंबर-1 बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। देश भर के टॉप-20 शहरों में नंबर-1 बनने को लेकर कड़ी प्रतिस्पर्धा हैं। ऐसे में गाजियाबाद नगर निगम ने शहर को नंबर-1 का ताज पहनाने के लिए शहरवासियों को अपने अभियान से जोड़ने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में सप्ताह में एक दिन सेल्फ सैनिटेशन डे के रूप में मनाया जाएगा। सेल्फ सैनिटेशन डे के दिन आम शहरवासी अपने-अपने क्षेत्र में स्वयं सफाई करेंगे। सेल्फ सैनिटेशन डे का उद्देश्य लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करते हुए स्वच्छ गाजियाबाद अभियान में जन भागीदारी बढ़ाना है।

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। स्वच्छ शहरों की सूची में गाजियाबाद देश भर में 13वें स्थान पर है लेकिन नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ इससे संतुष्ट नहीं हैं। ये दिल मांगे मोर की तर्ज पर डॉ. नितिन गौैड़ ने गाजियाबाद को स्वच्छ शहरों की सूची में गाजियाबाद को नंबर-1 बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। देश भर के टॉप-20 शहरों में नंबर-1 बनने को लेकर कड़ी प्रतिस्पर्धा हैं। ऐसे में गाजियाबाद नगर निगम ने शहर को नंबर-1 का ताज पहनाने के लिए शहरवासियों को अपने अभियान से जोड़ने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में सप्ताह में एक दिन सेल्फ सैनिटेशन डे के रूप में मनाया जाएगा। सेल्फ सैनिटेशन डे के दिन आम शहरवासी अपने-अपने क्षेत्र में स्वयं सफाई करेंगे। सेल्फ सैनिटेशन डे का उद्देश्य लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करते हुए स्वच्छ गाजियाबाद अभियान में जन भागीदारी बढ़ाना है।

Ghaziabad-Nagar-Nigam
नगर निगम के अभियान सेल्फ सैनिटेशन डे का मतलब है सप्ताह का एक ऐसा दिन जिस दिन नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के साथ मिलकर शहर की सफाई करेंगे। यदि इस दिन सफाई कर्मचारी ऐच्छिक रूप से छुट्टी लेते हैं तब भी शहर की सफाई व्यवस्था प्रभावित नहीं होगी और शहर में कहीं गंदगी नहीं होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य ही यही है कि सभी लोग स्वच्छता को लेकर अवेयर रहें और साफ-सफाई को निजी जिम्मेदारी समझें। जब तक लोगों में स्वच्छता को लेकर यह सोच विकसित नहीं होगी तब तक स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य पूरा नहीं होगा। नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए सभी शहरवासियों को सेल्फ सैनिटेशन डे से जोड़ने की योजना बनाई है। मध्य प्रदेश का इंदौर शहर यदि स्वच्छता में नंबर-1 है तो उसका सबसे बड़ा योगदान वहां के शहरवासियों का है। इंदौर में खूले में कूड़ा फेंकने वालों को रोकने और टोकने के साथ-साथ इंदौरवासी स्वयं प्रत्येक सप्ताह स्वच्छता कार्यक्रम चलाकर सेल्फ सैनिटेशन डे मनाते हैं। सेल्फ सैनिटेशन डे का फायदा यह है कि आम शहरी स्वच्छता को लेकर सजग रहेंगे वहीं सफाई कर्मचारियों को भी सप्ताह में एक दिन आराम करने का मौका मिलेगा।

वसुंधरा से होगी पायलट प्रोजेक्ट की शुरूआत
गाजियाबाद में सेल्फ सैनिटेशन डे को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट की शुरूआत नगर निगम के वसुंधरा जोन से होगी। वसुंधरा जोन के एक वार्ड का चयन कर वहां पर इसे शुरू किया जाएगा और बाद में धीरे-धीरे इसका दायरा बढ़ा कर पूरे शहर में लागू किया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट के तहत सेल्फ सैनिटेशन डे शुरू करने से पूर्व लोगों को जागरूक कर अभियान से जोड़ा जाएगा। नगर निगम के स्वास्थ विभाग के दो दर्जन लोगों की एक विशेष टीम बनाई जाएगी जिन पर आम लोगों को जागरूक करने की जिम्मेदारी होगी। इस अभियान से जन प्रतिनिधियों के अलावा आरडब्ल्यूए, स्वयं सेवी संगठन और सेल्फ हेल्प ग्रुप को भी जोड़ा जाएगा। अगले महीने से नगर निगम का यह अभियान शुरू हो जाएगा।

नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ के निर्देशन में गाजियाबाद को नंबर-1 बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। लक्ष्य को हासिल करने के लिए स्वच्छता अभियान से आम शहरी को जोड़ा जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सेल्फ सैनिटेशन डे की शुरूआत की जाएगी। सेल्फ सैनिटेशन डे सप्ताह के अंतिम दिन रविवार को मनाया जाएगा। वसुंधरा जोन से इसकी शुरूआत होगी और बाद में इसे नगर निगम के सभी वार्ड में लागू किया जाएगा।
डॉ. मिथलेश
नगर स्वास्थ अधिकारी
गाजियाबाद नगर निगम