एनएसएस स्वयंसेवकों ने दिवसीय कार्यक्रम के छठे दिन शहीदी दिवस पर बलिदानियों को किया याद

-शहीदों ने देश के प्रति जो योगदान दिया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता: डॉ. सुनील कुमार पाण्डेय

गाजियाबाद। मोहन नगर स्थित आईटीएस (स्नातक परिसर) में आयोजित सात दिवसीय शिविर के छठेें दिन गुरुवार को संस्था और एनएसएस इकाई के स्वयंसेवकों ने शहीद दिवस मनाया। जिसमें महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में अपनी भागीदारी की। जिसकी विषय वस्तु क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि था। शहीद दिवस के इस अवसर पर संस्था तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने सरदार भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव तथा देश के महान युवा क्रांतिकारियों के सर्वोच्च बलिदान को याद किया। कार्यक्रम में सरदार भगत सिंह, राजगुरू, और सुखदेव के जीवन पर गोष्ठियों का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन, कार्यशैली और दर्शन के बारें में जानकर युवा पीढ़ी कृतज्ञता, सम्मान और कर्तव्य की भावना से ओतप्रोत हुई। इनकी जीवनी से युवा प्रेरित हुए जिससे उनमें देशप्रेम और राष्ट्रप्रेम की भावना का संचार हुआ। छात्रों ने भी अमर शहीदों की याद में उनके साहसिक कार्यो को याद किया और देश के अमर शहीदों के चित्रों के सम्मुख उनकी शहादत में श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धापूर्वक नमन किया।

आईटीएस के निदेशक डॉ. सुनील कुमार पाण्डेय (स्नातक परिसर) ने शहीदों को याद करते हुए कहा कि आज ही के दिन 23 मार्च को देश की आजादी में अहम् भूमिका निभाने वाले अमर क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह, राजगुरू, और सुखदेव को फांसी दी गई थी। उन्होनें हंसते-हंसते अपने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया। उन्होंने भारत को आजाद करने के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी। उनकी सहादत को देश हमेशा याद रखेगा। शहीदों ने देश के प्रति जो योगदान दिया है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले शहीदों को सलाम करते हैं।

उन्होंने शहीदों की याद में पंक्तियां व्यक्त की- शहीदों को याद करने का आया दिन, भर लेते है उनकी यादों से अपना मन, हिमालय से ऊँचा साहस उनका, सर जो किसी के आगे ना झुका, मातृभूमि की खातिर किया सब अपर्ण, ऐसे वीरों का मेरा नमन। साथ ही उन्होनें राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों के बधाई देते हुए उनके कार्यो को सराहा। कार्यक्रम में संस्था के शिक्षक तथा कर्मचारीगण जिनमें प्रो अमित शर्मा, विकास त्यागी, डॉ संदीप गर्ग, प्रो विकास कुमार, प्रो आदिल खान, प्रो नीरज जैन, प्रो अनुभा श्रीवास्तव, प्रो प्रशान्त त्यागी और प्रो करन सिवाच, एवं बीबीए तथा बीसीए पाठ्यक्रमों के 100 छात्रों ने भाग लिया।