बीमा कंपनी के रुपए हड़पने के लिए कारोबारी ने खुद कर ली अपनी कार चोरी

-घटना के 12 घंटे बाद पुलिस ने आरोपी, दोस्त समेत तीन लोगों को किया गिरफ्तार

गाजियाबाद। बीमा पॉलिसी का लाभ लेने के लिए कार चोरी की झूठी सूचना देने वाले आरोपी एवं षडयंत्र रचने वाले दो साथियों को कविनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने ऑडी कार बरामद किया हैं। पकड़े गए आरोपी इतने शातिर है कि जिस ऑडी कार की चोरी होने की झूठी सूचना दी। उसी कार को पहले किसी कबाड़ी को बेचने और उसके बाद बीमा कंपनी से क्लेम भी लेने की प्लांनिग बनाई हुई थी। मगर पुलिस की सर्तकता के चलते आरोपी की झूठी कहानी पहले ही भंडाफोड़ हो गया।

एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि 17 फरवरी को बन्टू ने अपनी ऑडी कार चोरी होने की डायल 112 पर सूचना दी थी। बन्टू पेशे से व्यवसायी हैं, जो कि शास्त्रीनगर में किराए के मकान पर रहता हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच की और कविनगर थाने में चोरी का मुकदमा दर्ज किया गया। शुरुआती जांच में पता चला कि चोरी की घटना झूठी हैं। जिसके बाद इलेक्ट्रोनिक, सर्विलांस एवं मुखबिरों को लगाया गया। पुलिस टीम को सूचना मिली कि बन्टू ने कार चोरी होने की जो सूचना दी हैं, वह फर्जी है। बीमा कंपनी से पैसा लेने की नीयत से आरोपी ने झूठी कार चोरी होने की सूचना दी थी। आरोपी गाड़ी को बेचने की नीयत से मुखर्जी पार्क की तरफ कार लेकर घूम रहा है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए कविनगर थाना प्रभारी अमित कुमार की टीम को लगाया गया।

मुखर्जी पार्क चौराहे पर उक्त ऑडी कार को रुकने का इशारा किया, पुलिस को देख आरोपी भागने का प्रयास करने लगा। पुलिस टीम ने पीछा कर आरोपी बन्टू सिंह पुत्र स्व: गंगा सिंह निवासी शास्त्री नगर, साथी अनिल पुत्र रामचन्द्र निवासी साहाबाद दौलतपुरा  दिल्ली, राजू उर्फ गुरमीत सरदार पुत्र रेवल सिंह निवासी बलजीत नगर दिल्ली को घटना में प्रयुक्त ऑडी कार समेत गिरफ्तार लिया गया। एसीपी कविनगर ने बताया कि आरोपी बन्टू ने ऑडी कार का 20 लाख रुपए का बीमा कराया हुआ था। बीमा कंपनी से क्लेम लेने के लिए पुलिस को झूठी कार चोरी होने की सूचना दी। पुलिस ने जब जांच की तो मामला संदिग्ध लगा। क्योंकि कार चोरी होने के बाद आमतौर पर कार की चाबी मालिक के पास ही होनी चाहिए। मगर आरोपी के पास कार की चाबी नही थी। घटना के खुलासे के लिए इलेक्ट्रोनिक, सर्विलांस एवं मुखबिरों को लगाया था। आरोपी बीमा कंपनी से क्लेम लेने के साथ-साथ उक्त कार को वह कबाड़ में बेचने के इरादे से घूम रहा था। जिसे गिरफ्तार कर लिया गया।