नहीं चलेगा ठेकेदारों का फर्जीवाड़ा चीफ इंजीनियर की सख्ती

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। ठेकेदारों के फजीवाड़े पर लगाम लगाने के लिए नगर निगम में फूलप्रूफ इंतजाम किया जा रहा है। ठेकेदारों के कागजातों की कड़ाई से जांच होगी और फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। टेंडर की शर्तों को पूरा करने के लिए ठेकेदारों द्वारा जो फर्जी कागजात लगाये जाते हैं उसकी जांच कराई जाएगी। जांच में शर्तें सही पाये जाने पर ही ठेकेदार को टेंडर दिया जाएगा। डेंस का काम करने वाले ठेकेदारों के पास खुद का हॉट मिक्स प्लांट चलती हुई कंडीशन में होना अनिवार्य है। चीफ इंजीनियर एनके चौधरी ने नगर निगम में काम करने वाले सभी ठेकेदारों को नियमों से अवगत करा दिया है और एग्ज्यूकेटिव इंजीनियर को निर्देश दिया है कि वह टेंडर बिड खोलते समय प्रपत्रों की जांच करें और संदिग्ध प्रपत्रों की जांच करें।

विदित हो कि नगर निगम के निर्माण विभाग में पिछले दिनों टेंडर निकाले गये थे। टेंडर में कई ठेकेदारों ने शर्तों को पूरा नहीं करने के बावजूद टेंडर हासिल कर लिया। डेंस के काम करने के लिए कांट्रेक्टर के पास हॉट मिक्स प्लांट चालू होने का नियम लागू है लेकिन कई ठेकेदारों ने सिर्फ कागजों में हॉट मिक्स प्लांट दिखाकर करोड़ों रुपये के टेंडर हासिल किये। ठेकेदारों के इस फर्जीवाड़े का असर काम की गुणवत्ता पर पड़ता है। ठेकेदार के पास अपना हॉट मिक्स प्लांट नहीं होता है ऐसे में सड़क में कोई गड़बड़ी करने पर ठेकेदार सड़क की मरम्मत भी नहीं कराता है। चीफ इंजीनियर की सख्ती से इन फर्जीवाड़ा पर लगाम लगेगी।

पिछले दिनों देखा गया कि बालाजी फर्म के कांट्रैक्टर ने हॉट मिक्स प्लांट चालू होने की बात कहकर टेंडर ले लिया। जब जांच कराई गई तो बालाजी फर्म का प्लांट जावली गांव में है। निरीक्षण के दौरान मौके पर प्लांट तो मिला। लेकिन वह चालू नहीं था और कबाड़ हो चुका है। उन्होंने बताया कि इसके आधार पर बालाजी फर्म का टेंडर  निरस्त कर दिया गया है। जांच में यह बात भी सामने आई कि जिस फर्म ने कभी 20 लाख के डेंस कार्य नहीं किया उसने करोड़ों रुपये के टेंडर हासिल कर लिया। नगर निगम के आधा दर्जन से अधिक ऐसे ठेकेदार हैं जो कागजातों में हेराफेरी कर टेंडर हासिल करते रहे हैं। यह सभी ठेकेदार नगर निगम के रडार पर हैं।