दलाल वाले बयान पर संकल्प पत्र में भाजपा की चुप्पी विधायक और पूर्व मेयर की राय अलग

– पूर्व मेयर आशु वर्मा बोले नगर निगम में नहीं है दलालों की सक्रियता
– विधायक अतुल गर्ग बोले सुनीता जी को कुछ दिखा होगा इसलिए उन्होंने दिया बयान

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। भाजपा प्रत्याशी सुनीता दयाल द्वारा गाजियाबाद नगर निगम में दलालों की सक्रियता और भ्रष्टाचार को लेकर दिये गये बयान पर भाजपा नेताओं की अलग-अलग राय है। कुछ नेताओं का मानना है कि नगर निगम में दलाली नहीं होती वहीं, कुछ नेता मान रहे हैं कि कुछ तो गड़बड़ है। भाजपा नेताओं की दोनों अलग-अलग राय मंगलवार को संकल्प पत्र जारी करने के दौरान एक मंच पर ही उजागार हुई। दोनों अपनी-अपनी बातों पर अड़े रहे। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मेयर आशु वर्मा ने कहा कि नगर निगम में दलाली की बात गलत है और भाजपा प्रत्याशी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। वहीं गाजियाबाद विधायक अतुल गर्ग ने कहा कि बहन सुनीता दयाल ने यदि कुछ बोला है तो उन्हें ऐसा लगा होगा। सुनीता दयाल के बयान का समर्थन करते हुए विधायक अतुल गर्ग ने कूड़े की ढ़ेर का उदाहरण भी दिया। विधायक ने कहा कि कहीं किसी को कूड़ा दिखाई देता है किसी को कूड़ा नहीं दिखाई देता। बहरहाल भाजपा नेताओं की इन बातों से यह जाहिर हो गया है कि भविष्य में भी इस मुद्दे पर नेताओं में आपसी खींचतान जरूर होगी।

विदित हो कि पिछले सप्ताह कविनगर रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चुनावी सभा में भाजपा प्रत्याशी सुनीता दयाल ने गाजियाबाद नगर निगम के भ्रष्टाचार को लेकर यह बातें कही थी। सुनीता दयाल ने कहा था कि वह नगर निगम को दलालों से मुक्त कराकर एक अच्छा काम करके गाजियाबाद को आगे बढ़ाने का काम करेंगी। भाजपा मेयर प्रत्याशी सुनीता दयाल ने जब नगर निगम के भ्रष्टाचार और दलाली के अड्डे की बात उठाई उस समय मंच पर निर्वतमान मेयर आशा शर्मा, पूर्व मेयर आशु वर्मा सहित भाजपा के सभी विधायक, सांसद और अन्य पार्टी पदाधिकारीगण मौजूद थे। गाजियाबाद नगर निगम में हमेशा से सत्ता भाजपा के पास रही है और मेयर भाजपा का ही रहा है। ऐसे में सुनीता दयाल के बयान को हल्के में नहीं लिया जा सकता। सुनीता दयाल के बयान को पूर्व में रहे मेयर सहित भाजपा के दिग्गज और कद्दावर पार्षदों पर हमले के रूप में देखा जा रहा है। निर्वतमान मेयर आशा शर्मा ने सुनीता दयाल के बयान को गलत बताते हुए इस बयान के खिलाफ बयान दिया था। आशा शर्मा ने कहा था कि गाजियाबाद नगर निगम के नाम कई उपलब्धि दर्ज हुई है और स्वच्छता के मामले में प्रदेश में नंबर-1 शहर है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद नगर निगम की तारीफ की है। ऐसे में इस तरह का बयान गलत है।

मंगलवार को भाजपा के संकल्प पत्र जारी करने के दौरान भी नगर निगम में दलाली का मुद्दा उठा। संकल्प पत्र जारी करने के बाद प्रेसवार्ता में सुनीता दयाल द्वारा दलालों को लेकर दिये गये बयान से संबंधित सवालों के जवाब में पूर्व मेयर आशु वर्मा ने कहा कि नगर निगम में दलाली की बात गलत है। ऐसा कोई बयान भाजपा प्रत्याशी ने नहीं दिया है। आशु वर्मा को जब चुनावी भाषण से संबंधित ऑडियो क्लिप की बात याद दिलाई गई तो उन्होंने कहा कि नगर निगम के काम-काज को सभी ने सराहा है और दलाली की कोई बात नहीं है। इसी सवाल के जवाब में गाजियाबाद विधायक अतुल गर्ग ने कहा कि कई बार कुछ चींजे किसी को दिखाई देती हैं किसी को नहीं दिखाई देती है। कहीं कूड़ा पड़ा हो तो किसी को दिखाई देता है और किसी को नहीं दिखाई देता है। अतुल गर्ग ने कहा कि बहन सुनीता जी ने यदि दलालों को लेकर कोई बयान दिया है तो उन्हें कुछ ऐसा दिखा होगा। इस बयान पर इतनी अधिक चर्चा की जरूरत नहीं है।