चचेरे भाईयों की अवैध वसूली से परेशान मालिकों ने की हत्या, एक को मारी गोली तो दुसरे की फरसे से काटी गर्दन

गाजियाबाद। टीला मोड़ थाना क्षेत्र में 31 दिसंबर को लापता गौरव व दुर्गेश हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों ने हत्या से पूर्व पहले मृतकों को बुलाया और फिर गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपियों ने अवैध वसूली से परेशान होकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।
शुक्रवार को हरसांव पुलिस लाइन में हत्या की घटना का खुलासा करते हुए डीसीपी (ट्रांस हिण्डन) डॉ दीक्षा शर्मा ने एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र सिंह की मौजूदगी में घटना का खुलासा करते हुए बताया कि 31 दिसंबर की शाम को गांव रिस्तल निवासी गौरव पुत्र चरन सिंह व दुर्गेश कसाना पुत्र रोहताश अपने दोस्त अंकित को छोडऩे मोटर साइकिल से साहिबाबाद गये थे। देर रात तक घर नही पहुंचने पर परिजनों ने उनकी तलाश की, मगर उनका कहीं कोई पता नही चला। फोन पर संपर्क किया तो वह भी बंद आ रहा था।

4 जनवरी की दोपहर करीब 2.30 बजे ग्राम महमूदपुर के जंगल मे आने जाने वाले लोगों द्वारा गेहूँ के खेत मे एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची टीला मोड़ पुलिस ने ग्राम वासियो की मदद से शव की पहचान गौरव पुत्र चरन सिंह के रूप मे की, वहीं कुछ दूरी पर गौरव व दुर्गेश के परिजनो के पहुंचने पर जंगल मे दुर्गेश कसाना की तलाश की तो गौरव के शव के बरामदगी स्थल से लगभग 500 मीटर की दूरी पर ग्राम सिती (थाना लोनी) के जंगल मे एक सरसो के खेत के बीच दुर्गेश कसाना का भी शव बरामद किया गया था। उन्होंने बताया दोनों मृतक चचेरे भाई थे। दुर्गेश कसाना के पिता ने टीला मोड़ थाने में ग्राम कौतवालपुर के संजीव कसाना के खेत मे चल रही कैमिकल फैक्ट्री मालिक नाम मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमा दर्ज कर घटना के खुलासे के लिए पांच टीम का गठन किया गया।

शुक्रवार को क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी, टीला मोड़ थाना प्रभारी भुवनेश कुमार की टीम ने 6 हत्यारों को दो अलग-अलग स्थानो (हिन्डन पुल भनैडा व बन्थला नहर की पटरी) से मृतक की मोटर साइकिल के साथ गिरफ्तार किया है। जिनके पास से घटना में प्रयुक्त डीबीबीएल, तंमचा बरामद किया गया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों की पहचान भूमि मालिक संजीव उर्फ संजय कसाना पुत्र मास्टर किशन चंद निवासी ग्राम कोतवालपुर लोनी, कैमिकल फैक्ट्री के मालिक जनक सिंह पुत्र महेंद्र सिंह निवासी आहूजा फार्म हर्ष विहार दिल्ली, लेबर पिन्टू पुत्र सोहनलाल, वीरेन्द्र पुत्र चन्द्रपाल, सुखबीर पुत्र मनोहर सिंह, .अनुज पुत्र मनोहर सिंह निवासी ग्राम बैवाही बरेली है।

डीसीपी ने बताया कि संजीव कसाना व विनोद कसाना की ग्राम कोतवालपुर के जंगल मे कृषि भूमि है। जिसमे जनक सिंह ठेके पर कैमिकल फैक्ट्री चला रहा है। जनक सिंह के साथ उसकी लेबर के पिन्टू,अनुज, सुखबीर , वीरेन्द्र काम करते है। 31 दिसम्बर की रात करीब 10.30 बजे के आस पास गाव रिस्तल के लडके गौरव व दुर्गेश कसाना अपनी मोटर साइकिल पर उक्त कैमिकल फैक्ट्री को बन्द कराने के लिये पहुंचे थे। जहां पर विवाद हो गया। कैमिकल फैक्ट्री के मालिक जनक सिंह ने खेत के मालिक संजीव कसाना व विनोद कसाना को रात में फोन कर बुला लिया। जहां दोनों के पहुंचने के बाद विवाद शुरु हो गया। फैक्ट्री मालिक जनक सिंह ने अपने अवैध तमंचा व खेत स्वामी संजीव कसाना ने अपनी बन्दूक से गौरव पर गोली चला दी थी व विनोद कसाना ने दूसरे लडके दुर्गेश कसाना की फरसे से गर्दन काट कर हत्या कर दिया था। गौरव कसाना की गर्दन पर भी फरसे से वार कर दोनो के शवों को फैक्ट्री पर काम कर रही लेबर की मदद से फैक्ट्री से करीब आधा किमी दूर दो अलग अलग खेतो मे फेंक कर फरार हो गए थे।

एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र सिंह ने बताया कि जांच में पता चला है कि गौरव व दुर्गेश कैमिकल फैक्ट्री के मालिक जनक सिंह से अवैध वसूली करते थे। रुपए न देने पर फैक्ट्री को बंद करने की धमकी देते थे। गौरव पूर्व में वाहन चोरी के मामले में जेल जा चुका है। दोनों चचेरे भाईयों की अवैध वसूली से परेशान होकर जनक सिंह भूमि मालिक संजीव कसाना एवं विनोद कसाना से कहा था कि जब भूमि का हर माह किराया समय पर जा रहा है तो यह दोनों अवैध वसूली क्यों कर रहे है। जिस पर कैमिकल मालिक ने भूमि मालिक के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया। 31 दिसंबर की रात को भी दोनों भाई अवैध वसूली के लिए फैक्ट्री पहुंचे थे। जहां रुपए न देने पर कैमिकल मालिक से विवाद हो गया और उसने भूमि मालिकों को मौके पर बुला लिया। विवाद के बाद गोली मारकर हत्या कर दी। भूमि मालिक का भाई फरार है, जिसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।