MSME को यमुना प्राधिकरण का तोहफा बिना जमीन खरीदे लगा सकेंगे फैक्ट्री

– फ्लैटेड फैक्ट्री योजना के तहत किफायती किराये पर छोटे और लघु उद्यमियों के लिए उपलब्ध होंगी फैक्ट्री

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। छोटे, लघु और मध्यम श्रेणी के उद्यमियों (MSME) के लिए होली का त्यौहार खुशखबरी लेकर आया है। MSME ( एमएसएमई ) के लिए पूंजी की कमी एक गंभीर समस्या है। ऐसे में फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन खरीदने के लिए पैसे जुटाना उद्यमियों के लिए परेशानी का सबब बना रहा है। MSME की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए यमुना प्राधिकरण ने फ्लैटेड फैक्ट्री योजना शुरू की है। इस योजना के तहत प्राधिकरण यमुना सिटी में एक कैंपस में कई फैक्ट्रियों का निर्माण कराएगा। इन फैक्ट्रियों को यमुना प्राधिकरण द्वारा कम किराये पर उद्यमियों को दिया जाएगा। इससे उद्यमियों को फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन खरीदने और फिर जमीन पर बिल्डिंग का निर्माण कराने की चिंता नहीं रहेगी। सिर्फ मशीनरी और वर्किंग कैपिटल के जरिये उद्यमी अपनी फैक्ट्री संचालित कर सकेंगे।

यमुना प्राधिकरण के फ्लैटेड फैक्ट्री स्कीम की शुरुआत सेक्टर-29 से होगी और बाद में कई अन्य सेक्टरों में भी यह स्कीम लाई जाएगी। यमुना प्राधिकरण सेक्टर-29 के अपैरल पार्क में प्लैटेड फैक्ट्री बनाएगा। योजना के मुताबिक प्राधिकरण द्वारा लगभग 10 एकड़ में 140 यूनिट बनाई जाएंगी। रेडीमेड गारमेंट्स से जुड़ी इकाइयां यहां लग सकेंगी। प्राधिकरण उद्यमियों को इन्हें किराए पर देगा। इस परियोजना पर करीब 86 करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है। सेक्टर-29 में 20000 और 18000 वर्ग मीटर के दो भूखंड पर फ्लैटेड फैक्ट्री बनाई जाएंगी। इसके लिए कंसलटेंट कंपनी ने डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर प्राधिकरण को सौंप दी है।

डीपीआर के मुताबिक दोनों भूखंड में 140 यूनिट बन सकेंगी। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि माइक्रो, स्मॉल और मीडियम (MSME)  श्रेणी के उद्यमियों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए इस स्कीम को लाया जा रहा है। छोटे उद्यमियों के समक्ष कम पूंजी की समस्या रहती है। ऐसे में यदि उन्हें फैक्ट्री के लिए जमीन और भवन निर्माण पर पूंजी निवेश नहीं करना पड़ेगा तो वह अपनी वर्किंग  कैपिट को बढ़ा सकेंगे। निर्माण शुरू होने के एक वर्ष के भीतर फ्लैटेड फैकट्री का काम पूरा कर लिया जाएगा। मार्च महीने में इसके लिए टेंडर निकाल दिए जाएंगे। एजेंसी का चयन होने के बाद काम शुरू कराया जाएगा।

फ्लैटेड फैक्ट्री में मिलेंगी सभी सुविधाएं
फ्लैटेड फैक्ट्री में प्लग एंड प्ले की सुविधा रहेगी। यानी यहां पर बिजली कनेक्शन, गैस कनेक्शन, पानी समेत तमाम तरह की सुविधाएं मौजूद रहेंगी। उद्यमी किराये पर लेकर बहुत जल्द अपना काम शुरू कर सकता है। इसमें बनने वाली इकाई 84 मीटर, 186, 191 और इससे बड़े आकार की होंगी। यमुना प्राधिकरण की योजना है कि वह 2500 फ्लैटेड फैक्ट्री बनाएगा। सेक्टर-10 में विकसित होने वाली इलेक्ट्रॉनिक सिटी में भी फ्लैटेड फैक्ट्री बनाई जाएंगी। इसकी भी डीपीआर पर जल्द काम शुरू होगा। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि भविष्य में ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी जिससे कि कैंपस के भीतर है उद्यमियों को एक्सपोर्ट सहित अन्य सरकारी विभागों की सुविधाएं उपलब्ध होगी।

टर्नओवर के आधार पर MSME कंपनियों को मिलेगी फैक्ट्री
श्रेणी      –      टर्नओवर                 – निवेश
माइक्रो.      5 करोड़                    1 करोड़ तक
स्माल        50 करोड़                   1-10 करोड़
मीडियम   250 करोड़              10 करोड़ से अधिक