पीएम आवास योजना पर बजट संकट की मार, पसोपेश में जीडीए

मातहतों के साथ निरीक्षण करने पहुंचे जीडीए सचिव

गाजियाबाद। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) पर बजट की कमी की मार पड़ रही है। केंद्र एवं राज्य सरकार से इस योजना के तहत जीडीए को 87.40 करोड़ की बजाए महज 20 करोड़ रुपए मिल पाए हैं। ऐसे में पीएम आवास योजना के तहत निर्धारित भवनों का निर्माण निकट भविष्य में पूरा होना संभव नजर नहीं आ रहा है। उप्र सरकार ने पीएम आवास योजना में प्रस्तावित भवनों का निर्माण कार्य 2023 तक पूर्ण करने के निर्देश गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) को दिए हैं। मधुबन-बापूधाम योजना में बनाए गए 856 ईडब्ल्यूएस भवनों पर भी आवंटियों को जल्द कब्जा देने के आदेश दिए गए हैं। इसी क्रम में जीडीए सचिव बृजेश कुमार मुख्य अभियंता राकेश कुमार गुप्ता समेत अन्य अफसरों के साथ निर्माणाधीन भवनों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। शहर में जीडीए द्वारा पीएम आवास योजना के तहत कुल 3496 भवनों का निर्माण करना है। निजी बिल्डरों द्वारा 7,354 भवनों का निर्माण करना है।

जीडीए और बिल्डरों को मिलाकर कुल 10,850 ईडब्ल्यूएस भवनों का निर्माण किया जाना हैं। जीडीए द्वारा फिलहाल योजना के तहत 240 ईडब्ल्यूएस भवनों का ही निर्माण पूरा कर लिया हैं। मधुबन-बापूधाम योजना में 856 ईडब्ल्यूएस भवनों का निर्माण भी अब जल्द पूरा होगा। जीडीए के चीफ इंजीनियर राकेश कुमार गुप्ता का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मधुबन-बापूधाम योजना में 856 ईडब्ल्यूएस भवनों का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका हैं। उम्मीद है कि जनवरी-2023 में इन भवनों का आवंटियों का एक साथ कब्जा दिया जाए। मधुबन-बापूधाम योजना की जमीन पर किसानों द्वारा कब्जा नहीं होने देने एवं विकास कार्य रोक देने के साथ ही कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तक निर्माण कार्य बाधित होने की वजह से करीब डेढ़ साल कार्य बाधित रहा। इन भवनों का निर्माण कार्य अब तेजी से कराया जा रहा हैं। ताकि जल्द निर्माण कार्य पूरा कराकर इन्हें आवंटियों को कब्जा दिलाया जा सकें।

जीडीए ने दो साल पहले फरवरी-2020 में पीएम आवास योजना के तहत गरीबों को 856 ईडब्ल्यूएस भवनों का आवंटन कर दिया था। मगर अभी तक कब्जा नहीं दिया गया। इसके अलावा डासना में 426 ईडब्ल्यूएस भवनों का निर्माण होना है। इसमें 45 फीसदी काम पूरा कर लिया गया है। नूरनगर में 480 ईडब्ल्यूएस भवनों का निर्माण होना हैं।इनका 25 फीसदी निर्माण हो पाया। निवाड़ी में 528 ईडब्ल्यूएस भवनों का निर्माण होना है।इनमें भवनों पर 15 फीसदी ही निर्माण कार्य हुआ है। जबकि प्रताप विहार योजना में 720 ईडब्ल्यूएस भवनों का निर्माण कराना है। इनमें 15 फीसदी काम हो पाया है। मधुबन-बापूधाम के पहले 856 भवनों के अलावा डासना में कुल 426 भवनों का निर्माण कार्य जारी हैं।