नगर आयुक्त ने रात्रि निरीक्षण में जाना शहर की सफाई एवं प्रकाश व्यवस्था का हाल

गाजियाबाद। शहर की सफाई व्यवस्था और प्रकाश व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ कितना गंभीर हैं। यह इसी से अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि दिन हो या फिर रात कभी भी वह शहर का निरीक्षण करने निकल पड़ते हैं। नगर आयुक्त द्वारा सोमवार रात को पटेल नगर, मेरठ रोड तथा कविनगर के बाजारी क्षेत्रों का जायजा लेने के लिए औचक निरीक्षण किया। नगर आयुक्त के निरीक्षण से जहां निगम अधिकारियों में खलबली मची रहीं तो वहीं गंदगी करने वाले लोगों की भी बैचेनी बढ़ गई। दरअसल नगर आयुक्त स्वच्छता को लेकर जहां अधिकारियों को पाठ पढ़ाने से नही चूकते है तो वहीं शहर के लोगों को भी स्वच्छता के लिए जागरुक करते हैं। शहर की सफाई व्यवस्था में अगर अधिकारियों की ओर से खामियां मिलती है तो कार्रवाई करने से भी नहीं चूकते हैं।

रात्रि कालीन सफाई व्यवस्था का जायजा लेते हुए सफाई मित्रों से वार्ता की और स्वच्छता के प्रति शहर वासियों को जागरूक करने के लिए टीम को मोटिवेट किया। कचरा पृथक्करण व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कविनगर के सी ब्लॉक मार्केट में दुकानदारों से भी नगर आयुक्त ने वार्ता की। मौके पर कचरा पृथक्करण के लिए जागरूक किया। जिन दुकानदारों द्वारा गीला व सूखा कचरा एक साथ रखा हुआ था, उनको 24 घंटे का समय देते हुए संबंधित अधिकारी को कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित दुकानदार को बताया कि सफाई को लेकर नगर निगम अपना कार्य ईमानदारी से कर रही हैं तो आप भी करिए। शहर को स्वच्छ बनाने में जितनी जिम्मेदारी नगर निगम की हैं, उससे कहीं ज्यादा आपकी भी हैं। इस मौके पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार, प्रकाश प्रभारी योंगे्रद्र यादव उपस्थित रहे। निरीक्षण के दौरान मेरठ रोड पर बंद पाई गई दो लाइटों को तत्काल बदल वाया गया। साथ ही संबंधित अधिकारियों को समस्याओं के समाधान के लिए लगातार निरीक्षण करने के निर्देश दिए।

नगर आयुक्त ने निरीक्षण के दौरान की व्यापारियों से अपील
बाजारों में औचक निरीक्षण के दौरान जहां मौके पर आई समस्याओं का समाधान कराया। वहीं दूसरी और नगर आयुक्त द्वारा व्यापारियों से भी डस्टबिन अलग-अलग रखने की अपील की गई। ताकि कचरा पृथक्करण मुहिम को और अधिक बेहतर तरीके से किया जा सकें। नगर निगम द्वारा शहर हित में लगातार शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने की मुहिम चल रही है। जिसमें नगर आयुक्त द्वारा स्वयं मौके पर निरीक्षण कर कार्यवाही में और अधिक गति लाने का प्रयास करते नजर आ रहें है। साथ ही संबंधित विभागीय अधिकारियों को भी शहर की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए निर्देशित किया।