समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए उठाएं जाएंगे ठोस कदम: यशपाल भाटी

वैवाहिक रिश्तों में सहयोग करेगा गुर्जर परिचय संस्थान

गाजियाबाद। अखिल भारतीय गुर्जर परिचय सम्मेलन संस्थान की ओर से गुर्जर समाज में वैवाहिक रिश्तों के लिए युवाओं के बायोडाटा मांगा गया है। समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए अब पूरा गुर्जर समाज सामने आ गया है। गुरुवार को नवयुग मार्किट में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान संस्थान के पदाधिकारियों ने गुर्जर समाज में तलाक के बढ़ते मामलों पर भी चिंता जाहिर की।

अध्यक्ष यशपाल भाटी ने कहा कि जानकारी के अभाव में गुर्जर समाज में युवाओं के रिश्ते करने में खासी परेशानी आती है। गुर्जर समाज में सालों से अज्ञानता के चलते कई कुरीतियां व बुराइयां फैली है। रुढिय़ों को पूरा करने के चक्कर में समाजजनों पर आर्थिक बोझ रहता है। इससे समाज का विकास नहीं हो पाता। इन कुरितियों को दूर करने के लिए संस्थान ने फैसला लिया है कि तलाक शुदा युवक-युवतियों का बायोडाटा एकत्रित कर उसे एक-दुसरे को भेजकर रिश्ता जोडऩे का कार्य करेगा। कई बार तो रिश्ता इसलिए भी तय नहीं हो पाता क्योंकि विधवा या तलाकशुदा महिला अपने बच्चों के साथ अपने नए जीवनसाथी के साथ रहना चाहती हैं।

कुछ लोग इसे स्वीकार करते हैं, कुछ नहीं करते। ऐसे में काउंसिलिंग टीम इन मसलों पर भी बेहतर संवाद कायम कर रिश्ता जोडऩे पर ध्यान देगी। संस्थान की ओर से समाज के विवाह योग्य युवक-युवतियों की जानकारी एकत्र की जाएगी और उसे समाज के सभी व्यक्तियों तक पहुंचाया जाएगा। रिश्ते करवाने में संस्थान अपनी भूमिका अदा करेगा। समाज के लोग विवाह अपने सामर्थ्य के अनुसार करेंगे, उसमें संस्थान का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा। उन्होंने इसके लिए समाज के लोगों से संस्थान को युवाओं के बायोडाटा देने का आह्वान किया। मुकेश नागर एडवोकेट ने कहा कि गुर्जर समाज में इस समय तलाक एक बड़ी समस्या के रूप में उभर रही है। संस्थान ऐसे मामलों में समझौता करवाने का काम करेगा। यदि समझौता नहीं हो सकेगा तो पीडि़त पक्ष को उचित मुआवजा दिलवाने का भी काम किया जाएगा।