समलैंगिक संबंधों की आड़ में चल रहा था गंदा काम, पुलिस ने किया गैंग का खुलासा

ग्राइण्डर ऐप के जरिए लोगों को फंसाकर करते थे लूटपाट

गाजियाबाद। लोनी बॉर्डर पुलिस ने ऐसे गैंग को पकड़ा है, जो समलैंगिक (गे) बनकर पुरुषों को लूटने का काम करता था। गैंग के सदस्य एप से लोगों के संपर्क में आते थे और फिर अकेले में मौका पाकर लूट लेते थे। समलैंगिक युवाओं को झांसे में लेकर ठगी मामले में फरार 6 आरोपियों को लोनी बॉर्डर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी ग्राइण्डर ऐप जो कि समलैंगिक लोगों के लिए हैं, के जरिये पहले लोगों को अपने जाल में फंसाते थे और फिर उन्हें फंसाकर उनकी विडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करते थे।

एसीपी लोनी रजनीश कुमार उपाध्याय ने बताया 8 मई को थाना लोनी बोर्डर में एक पीडि़त ने शिकायत दी कि ग्राइण्डर एप जो कि समलैंगिक लोगों के लिए हैं। इसके जरिये कुछ व्यक्तियों द्वारा जौहरीपुर मैट्रो स्टेशन पर पीडि़त को बुलाकर अपने साथ एक घर में ले जाकर वादी के कपड़े उतारकर नंगा कर वीडियों बनाने व वायरल करने की धमकी देकर पैसे मांगने तथा मारपीट कर गाली गलौच करने व जान से मारने की धमकी दी थी। पीडि़त की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर टीम को लगाया गया। पीडि़त की शिकायत पर फरार चल रहे पुनीत, सुमित, आशीष, शंभू, अभिषेक व राजा को मैनुअल इनपुट व मुखबिरों की सूचना पर बुधवार को गिरफ्तार किया गया। एसीपी ने बताया कि आरोपी ग्राइण्डर नामक समलैंगिक एप्प चलाते हैं। जिसके जरिए यह लोगों को अपने पास बुलाते है।

गिरोह में से कुछ व्यक्ति समलैंगिक इच्छुक व्यक्तियों को एक घर में ले जाते हैं। कुछ व्यक्ति रैकी करते हैं, कुछ व्यक्ति बाद में घर में आकर एकदम से उस व्यक्ति को धमकाते हैं एवं उनकी नग्न वीडियों बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर उनसे पैसे ऐंठते हैं। वहीं गिरोह में अनुज उर्फ आयुष, गौरव, विकास उर्फ विक्कू, दीपक हैं। इसी काम में शामिल है। पकड़े गए आरोपियों का शिकार होने के बाद पीडि़त लोक-लाज के डर से किसी से कुछ कह नहीं पाता था। इसका फायदा उठाकर ये लोग बेफिक्र होकर लगातार वारदात को अंजाम दे रहे थे।