बुजुर्ग दंपत्ति की पुलिस से गुहार, ढूंढ कर ला दो मेरा मासूम बेटा

गाजियाबाद। जिले से शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है। 70 साल की बुजुर्ग दंपत्ति ने कविनगर पुलिस से मार्मिक गुहार लगाई है। बुजुर्ग दंपत्ति ने कहा कि, साहब बुढापे के सहारे मासूम बच्चे को ढूंढ कर लौटा दो नहीं तो वह उसे मार देगा। हमारे जीने की आस हमसे छीनकर हमारा दामाद ले गया। उसके बिना अब नही रहा जाता है। घटना के 18 दिन बाद भी बच्चे का पुलिस कोई सुराग नही लगा पाई है। जिले में पुलिस कमिश्नरेट लागू होने के बाद भी अपराध रुकने का नाम नही ले रहा है। हां यूं कहा जा सकता हैं कि बाहर अपराध कम हो, लेकिन अब ज्यादातर अपराधिक मामले घरों में ही बढ़ रहे है। जिसे बेटा समझकर बेटी का हाथ दिया। क्या पता था कि वह बेटा जैसा दामाद आज उनके बुढापे की लाठी ही इनसे छीन लेगा। वह भी मात्र संपत्ति की खातिर।

खुद की औलाद न होने और भतीजे को गोद लेने की जब बात नही बनी तो सोचा क्यों न बुजुर्ग सास-ससुर को गोद लिए बच्चे के नाम पर ही ब्लैकमेल किया जाए। गोविंदपुरम विहार फेस-2 मकान नंबर-7 गोविंदपुरम निवासी पुष्पलता शर्मा पत्नी मेघराज शर्मा ने कहा कि मेरी बेटी रश्मि शर्मा की शादी वर्ष 2015 में मोदीनगर स्थित मोदी पौन कॉलोनी निवासी राजीव शर्मा पुत्र यशपाल शर्मा के साथ हुई थी। शादी के कई वर्ष बीतने के बाद जब बच्चा नही हुआ तो हमने तीन वर्ष पूर्व हापुड़ से श्रीयांशु (3) गोद लिया था। जिसका हमारा परिवार लालन-पोषण कर रहा था। शादी के करीब 6 माह बाद ही दामाद भी मोदीनगर से गोविंदपुरम में आकर रहने लगा।

लेकिन फरवरी में बेटी रश्मि शर्मा की कैंसर से मौत हो गई। उससे पहले बेटे की मौत हो गई थी। दामाद पिछले करीब 7 सालों से यहीं रह रहा था। जब भी नौकरी करने की बात कहते तो वह गाली-गलौज करता है। मौत के बाद करीब डेढ माह बाद 5 अप्रैल को दामाद राजीव शर्मा बच्चे को बाहर घुमाने के बहाने अपने घर मोदी नगर ले गया। आरोप है कि जब फोन कर उससे बच्चे के बारे में पूछा गया तो कहने लगा बच्चा नही मिलेगा। बच्चा चाहिए तो अपनी प्रोपट्री मेरे नाम कर दो। घर से जाते वक्त घर में रखे 3 लाख रुपए, सोने की चार चूड़ी, सोने की दौ चैन, दो अंगूठी व बैंक पेपर, जरुरी दस्तावेज भी चोरी कर ले गया। अब जब बच्चे के बारे में पूछा जाता है तो जान से मारने की धमकी देता है। पीडि़त बुजुर्ग दंपत्ति का कहना है कि घटना की शिकायत 14 अप्रैल को कवि नगर थाने में दी गई। दंपत्ति का आरोप है कि बच्चे की सकुशल बरामदगी के लिए जब चौकी प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने अभद्र व्यवहार करते हुए कहा कि बच्चा ढूंढना हमारा काम नही हैं, गाड़ी लौटा दी गई है। यही बहुत है। पीडि़त दंपत्ति ने जब पुलिस कमिश्रर से मुलाकात कर घटना की पूरी जानकारी दी तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। घटना के चार दिन बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नही कर रही है। वहीं दामाद बच्चे के साथ कुछ कर दें इसका डर सता रहा है।

उन्होंने दामाद पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब शादी के कुछ वर्ष बाद तक कोई संतान नही हुआ तो उस दौरान बच्चे को गोद लेने की बात कहीं। लेकिन दामाद राजीव शर्मा ने अपनी भतीजे को गोद लेने की बात कहीं। जिससे उन्हें डर है कहीं, वह उनसे उनके बुढापे का सहारा बच्चा भी न छीन ले। एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है कि पीडि़त बुजुर्ग दंपत्ति की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बच्चे की बरामदगी के लिए टीम गठित की गई है। टीम द्वारा लगातार दबिश दी जा रही है, जल्द बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया जाएगा।