जीडीए चीफ इंजीनियर ने पीएम आवास एवं सीवर लाइन, नाला निर्माण की परखी गुणवत्ता

मधुबन-बापूधाम योजना में विकास कार्यों का किया निरीक्षण

गाजियाबाद। जीडीए की मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना में विकास कार्य तेजी से चल रहा है। शुक्रवार को जीडीए के कार्यवाहक चीफ इंजीनियर मानवेंद्र कुमार सिंह इंजीनियरों के साथ मधुबन-बापूधाम योजना में विकास कार्यों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत बनाए जा रहे 856 ईडब्ल्यूएस भवनों का निरीक्षण किया। भवनों का फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। इन भवनों के अलावा भूखंडों के लिए बिछाई जा रही सीवर लाइन व मुख्य नाले के निर्माण की गुणवत्ता परखी।

जीडीए की मधुबन-बापूधाम योजना 1234 एकड़ जमीन पर विकसित हो रही हैं। आवासीय व व्यवसायिक भूखंड समेत कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इसमें मुख्य रूप से प्रधानमंत्री आवास योजना के 856 ईडब्ल्यूएस भवनों का निर्माण हो रहा है। कार्यवाहक चीफ इंजीनियर मानवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि योजना में सभी निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान मकानों में लगने वाली निर्माण सामग्री को परखा। उन्होंने कांट्रेक्टर को निर्देश दिए हैं कि निर्धारित समय सीमा में मकानों का निर्माण पूरा कर दिया जाए। इसके बाद योजना में काटे गए भूखंडों के लिए बिछाई जा रही सीवरेज लाइन को परखा। यहां लग रही निर्माण सामग्री को देखकर उन्होंने संतुष्टि जताई।

मुख्य नाले का निर्माण कार्य भी देखा। उन्होंने बताया कि मधुबन बापूधाम में निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है ताकि आवंटियों को जल्द भूखंड व मकानों पर कब्जा दिया जा सकें। दरअसल, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत जीडीए द्वारा पांच प्रोजेक्ट में ईडब्ल्यूएस भवनों का निर्माण कराया जा रहा है। योजना के तहत चल रहे प्रोजेक्ट की समीक्षा हर सप्ताह होगी। ताकि इन भवनों का समय सीमा के भीतर इनका निर्माण कार्य पूरा किया जा सकें। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जीडीए द्वारा सर्वप्रथम मधुबन-बापूधाम योजना में 856 ईडब्ल्यूएस भवनों का निर्माण शुरू किया था। इसके बाद डासना,नूरनगर,निवाड़ी व प्रताप विहार में भवनों पर निर्माण कार्य चल रहा है। जीडीए के कार्यवाहक चीफ इंजीनियर मानवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इन सभी प्रोजेक्ट में भवनों के निर्माण कार्य की प्रगति को लेकर प्रत्येक सप्ताह समीक्षा की जाएगी। मधुबन-बापूधाम योजना में 856 ईडब्ल्यूएस भवन, डासना-432 भवन, प्रताप विहार-1200 भवन व नूरनगर में 480 भवनों का निर्माण कार्य कराया जा रहा हैं।