नानी के घर से बच्ची का अपहरण, 30 लाख रुपए की मांगी फिरौती, रुपए न देने पर दी अंजाम भुगतने की धमकी

गाजियाबाद। नंदग्राम थाना क्षेत्र में अपने नाना-नानी के घर रह रही मासूम बच्ची का अज्ञात व्यक्ति ने अपहरण कर लिया। आरोपी ने बच्ची को छोडऩे की एवज में बच्ची के पिता से तीन दिन में 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी है। रुपये न मिलने पर अंजाम भुगतने तक की धमकी दे डाली। पीडि़त ने घटना की शिकायत पुलिस से की। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना रविवार सुबह की है।

सोनीपत गांव टोकी मनोली के रहने वाले मोन सिंह की शादी वर्ष 2009 में नंदग्राम के नई बस्ती में रहने वाली ममता से हुई थी, जिनसे उनकी दो संतान खुशी और विवेक हैं। मोन सिंह की जून 2015 में सड़क हादसे में मृत्यु के बाद ममता की शादी उसके देवर सोनू से हो गई। दोनों से एक बेटा अर्जुन है। सोनू के पास खुद की क्रेन है, जिसे पह खुद चलाता है।
परिवार ने बताया कि खुशी (12 साल) वर्तमान में नई बस्ती में अपने नाना विजेंद्र और नानी शांति देवी के पास रहती थी। रविवार को खुशी की तबीयत खराब थी, उसे नहलाने के बाद घर में अकेला छोड़ शांति देवी अपने पति विजेंद्र के साथ घास लेने के लिए गई हुई थी।

रविवार दोपहर करीब 12 बजे जब वह घर वापस आई तो घर पर ताला लगा हुआ मिला। रविवार दोपहर 1:42 मिनट पर सोनू के पास किसी अंजान मोबाइल नंबर से फोन आया, फोन करने वाले ने खुशी के अपहरण करने की बात कहकर उनसे 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी। जिसके बाद मोबाइल नंबर आउट ऑफ रिच हो गया। जब सोनू ने अपने साले सतीश को फोन किया तो खुशी के लापता होने की खबर मिली। नाना और नानी ने घटना की शिकायत नंदग्राम थाने में दी। काफी प्रयास के बाद दोपहर करीब 3:35 बजे जिस नंबर से फोन आया था, उस पर फोन लगाया। सोनू ने खुशी और काल करने वाले के बारे में पूछा तो उसने कहा कि ज्यादा जानने की कोशिश मत करो जो कहा है वो करो, तुम्हारे पास 30 लाख रुपये का इंतजाम करने के लिए सिर्फ 3 दिन का समय है। इंतजाम करलो वरना अंजाम बुरा होगा।
सीओ सिहानीगेट आलोक दुबे ने बताया पीडि़त की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। फोन दोबारा आउट आफ रीच हो गया। नंबर को ट्रेस किया जा रहा है। शक के आधार पर नई बस्ती में ही रहने वाले एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा।