सीएमओ कार्यालय में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस

  • हमारे समाज में महिलाएं आदि काल से रही हैं पूजनीय: सीएमओ

गाजियााबाद। शासन के निर्देश पर रविवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। दरअसल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस होता है लेकिन इस बार होली के  चलते 5 मार्च को ही अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के निर्देश दिए गए थे। इस मौके पर सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने टीकाकरण और स्वास्थ्य विभाग के अन्य कार्यक्रमों में अच्छा काम करने वाली आशा-एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ ही क्षय रोग विभाग की कर्मचारियों और सामाजिक क्षेत्र में और निक्षय मित्र के रूप में अच्छा कार्य कर रहीं महिलाओं को सम्मानित किया गया। अपने संबोधन में सीएमओ ने कहा 1908 में न्यूयार्क में 12-15 हजार महिलाओं ने रैली निकालकर काम के घंटे कम करने और उनके काम के अनसार वेतन देने और वोट के अधिकार की आवाज उठाई। उसके ठीक एक साल बाद अमेरिका में पहला महिला दिवस मनाया गया। 1975 में 8 मार्च को अधिकारिक तौर पर महिला दिवस की मान्यता दी गई। तभी से संयुक्त राष्ट्र इसे हर वर्ष मनाता आ रहा है, हालांकि हमारे देश में महिलाएं पहले से ही पूजनीय रही हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. डीएम सक्सेना ने क्षय रोग विभाग में काम कर रही महिला कर्मचारियों का उत्साहवर्धन किया। पीसीपीएनडीटी के नोडल डा. चरण सिंह ने इस मौके पर कहा हमारे जिले में एक हजार पुरुषों पर महिलाओं का अनुपात 973 है। भ्रूण हत्या के मामले में महिलाएं जागरुक हों तो इस अनुपात को और बेहतर किया सकता है।
कार्यक्रम के दौरान जीआईसी विजयनगर की प्रधानाचार्या सत्यवीर कौर, निक्षय मित्र काजल छिब्बर, निक्षय मित्र ऋचा बल्लभ खुल्बै, पार्षद साक्षी नारंग और सिविल डिफेंस से संध्या त्यागी के अलावा तीन टीबी कर्मचारियों, 10 आशा कार्यकर्ता, सात एएनएम, दो फार्मासिस्ट, छह स्टाफ नर्स और चार महिला डॉक्टरों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।