इंवेस्टर्स करेंगे 10,121 करोड़ रुपए का निवेश, 25 को होगा इंवेस्टर्स मीट का आयोजन

-डीएम एवं जीडीए उपाध्यक्ष ने बैठक में दिया 12000 करोड़ का लक्ष्य
-लखनऊ में फरवरी में प्रस्तावित इंवेस्टर्स समिट-2023 तैयारियों की समीक्षा बैठक

गाजियाबाद। प्रदेश सरकार द्वारा लखनऊ में आगामी 10 से 12 फरवरी तक प्रस्तावित उत्तर प्रदेश ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2023 को लेकर जिले में भी अब इंवेस्टर्स समिट को लेकर करीब 20 विभागों एवं निवेशकों की ओर से तैयारियां तेज कर दी गई है। इसी क्रम में मंगलवार को गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) सभागार में जिलाधिकारी एवं जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने जनपद स्तरीय इंवेस्टर्स मीट की तैयारियों को लेकर विभागों के अधिकारियों एवं निवेशकों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के प्रयास एवं मेहनत से जिले में इंवेस्टर्स समिट के तहत 12000 करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया गया हैं। इसके सापेक्ष अब तक 1800 इंवेस्टर्स ने 10,121 करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव को सहमति दे दी हैं।

जीडीए सभागार में जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़, सीडीओ विक्रमादित्य मलिक,जीडीए सचिव बृजेश कुमार, ओएसडी सुशील कुमार चौबे, उप श्रम आयुक्त रवि श्रीवास्तव, यूपीसीडा के आरएम सीके मौर्या, जिला खाद्यी ग्राम उद्योग अधिकारी संजय श्रीवास्तव,अग्रणी जिला प्रबंधक हिमांशु शेखर तिवारी,आवास एवं विकास परिषद के अधीक्षण अभियंता,एनएचएआई के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार,जीडीए के अपर सचिव सीपी त्रिपाठी, जीडीए चीफ इंजीनियर राकेश कुमार गुप्ता, टाउन प्लानर राजीव रतन शाह, एनसीआरटीसी के चीफ इंजीनियर अभिषेक कुमार,अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत अशरफ अली, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रदीप गुप्ता, राकेश अनेजा, यशोदा हॉस्पिटल के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डॉ. सुनील डागर, सनसिटी हाईटेक सिटी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर भूपेंद्र चौहान, श्रीराम पिस्टन एवं डाबर इंडिया लिमिटेड कंपनी के प्रतिनिधि आदि बैठक में शामिल हुए। जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी 25 जनवरी को कौशांबी स्थित होटल रेडिसन ब्लू में जनपद स्तरीय इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप आगामी 10 से 12 फरवरी तक लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 का आयोजन प्रस्तावित हैं। इसमें प्रदेश के जनपदों से अधिक से अधिक निवेशकों को आकर्षित किए जाने एवं निवेशकों से जुड़ी समस्याओं का निस्तारण करते हुए समिट को बढ़ावा देने के लिए जनपद स्तर पर आगामी 25 जनवरी को इंवेस्टर्स मीट का आयोजन किया जाएगा।

जनपद में औद्योगिक इकाईयों को स्थापित करने पर निर्णय
जीडीए सभागार में आयोजित बैठक में जनपद में औद्योगिक इकाई स्थापना के लिए नए क्षेत्र अंर्तगत संभावना पर चर्चा की गई।जनपद स्तर पर आयोजित किए जाने वाले प्रदर्शनी के लिए आगामी 25 जनवरी को होने वाली जनपद स्तरीय इंवेस्टर्स मीट के लिए बैठक में उद्यमियों से सुझाव भी मांगे गए।उपायुक्त उद्योग श्रीनाथ पासवान ने जानकारी दी। जिलाधिकारी को उन्होंने अवगत कराया कि जनपद के लिए एमएसएमई विभाग द्वारा कुल 12000 करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य दिया गया है। इसके सापेक्ष अब तक 1800 इंवेस्टर्स ने 10,121 करोड़ रुपए के प्रस्ताव की सहमति दी हैं।इसके अलावा पयर्टन विभाग, वैकल्पिक ऊर्जा, हथकरघा विभाग व अन्य विभागों को भी जनपद में निवेश के लक्ष्य शासन द्वारा दिए गए हैं।

बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा निवेश व रोजगार को प्रोत्साहित करने वाली योजनाओं का प्रेजेंटेशन दिया। एमएसएमई नीति-2022 एवं एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत नई इकाईयों को प्राप्त होने वाली लाभ व प्रोत्साहन से अवगत कराया गया। जिलाधिकारी ने सभी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभाग लाभप्रति योजनाओं की पंपलेट तैयार कराकर कार्यालय में आने वाले प्रत्येक जरूरतमंद को उपलब्ध कराए। ताकि योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंच सकें। उन्होंने उद्यमियों व निवेशकों से आहवान किया कि अधिक से अधिक मात्रा में जनपद में निवेश करें, जिससे कि जनपद का उद्योग के क्षेत्र में भी विकास हो सकें।

जनपद स्तरीय इंवेस्टर्स मीट की दी जानकारी
कौशांबी स्थित होटल में 25 को होने वाली जनपद स्तरीय इंवेस्टर्स मीट के आयोजन की जानकारी दी गई। इसमें जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ सभी ऐसे विभाग जिनमें बड़े निवेशकों द्वारा अपनी परियोजनाएं स्थापित की जा रही हैं। नई परियोजना स्थापित किए जाने का प्रस्ताव दिया गया है। उन्हेंं कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाए। शासन से जारी विभिन्न नीतियों का प्रेजेंटेशन करने के लिए निर्देशित किया।
जीडीए के टाउन प्लानर राजीव रतन शाह को निर्देशित किया कि वह जीडीए के मास्टर प्लान के तहत सभी भूमि जिसका भू-उपयोग औद्योगिक है। इसका खसरा संख्या सहित चिन्हांकन कर सूची तैयार कराए। निवेशकों को उसे प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। ताकि निवेशकों को पता चल सकें कि उन्हें अपनी परियोजना स्थापित करने के लिए कहां भूमि मिल सकती हैं। सभी विभागों को अपने विभाग से संचालित योजनाओं की जानकारी संबंधी प्रदर्शनी लगाने के निर्देश दिए। अग्रणी जिला प्रबंधक को 5 मुख्य बैंकों के स्टॉल लगाने के निर्देश दिए गए।

उपायुक्त उद्योग को निवेश मित्र पोर्टल पर निवेश सारथी पर आवेदन कैसे करें। इसका स्टॉल लगाने के निर्देश दिए। वहीं, जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को नगर निगम सीमा क्षेत्र में स्थापित होने वाली नई परियोजनाओं के निवेशकों को भी कार्यक्रम में प्रतिभाग कराए जाने एवं उत्तर प्रदेश दिवस पर आगामी 24,25 एवं 26 जनवरी को शहर में साफ-सफाई एवं प्रकाश व्यवस्था सुचारू कराने के निर्देशित किया। उन्होंने उपायुक्त उद्योग को निर्देशित किया कि इस कार्यक्रम में औद्योगिक निवेशकों के साथ मेडिकल, शिक्षण संस्थान के निवेशकों, कॉरपोरेट ऑफिस के निवेशकों, आवास एवं विकास परिषद, जीडीए, पर्यटन विभाग के निवेशकों को भी कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाए। विभाग के अंतर्गत संचालित परियोजनाओं के बड़े निवेशकों की सूची जल्द उपायुक्त उद्योग को उपलब्ध करा दें। जिससे इन सभी को भी इस कार्यक्रम में प्रतिभाग कराया जा सकें।

परियोजनाओं के रोड मैप सहित कार्यक्रम में स्टॉल लगाने के निर्देश
जिलाधिकारी ने एनएचएआई के परियोजना निदेशक को निर्देशित किया कि वह अपनी परियोजनाओं के रोड मैप सहित कार्यक्रम में अपना स्टॉल लगाए। जिले में नई इकाईयों को बढ़ाए जाने एवं औद्योगिक विकास को बढ़ाए जाने के उद्देश्य से प्रिंट मीडिया,ट्विटर, फेसबुक तथा इंस्टाग्राम के माध्यम से अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए।मुख्य चौराहों पर जनपद स्तरीय मीट के आयोजन से संबंधित होर्डिंंग लगवाए जाएं। जनपद के निवेशक, उद्यमियों, मेडिकल एसोसिएशन, व्यापारी एसोसिएशन, रियल स्टेट के प्रतिनिधियों से आहवान करते हुए कहा कि जनपद में अधिक से अधिक निवेश को बढ़ावा दिए जाने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम को भव्य बनाए जाने के लिए वह अपने सुझाव एवं सहयोग प्रदान करें। जीडीए,आवास एवं विकास परिषद, यूपीसीडा, जिला उद्योग केंद्र की ओर से इंवेस्टर्स समिट को लेकर जिले में निवेश की तैयारी की जा रही है।

जिलाधिकारी एवं जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया कि इंवेस्टर्स समिट को लेकर विभागों के अधिकारियों एवं निवेशकों के साथ बैठक की गई। निवेश के लिए उद्यमियों से लेकर बिल्डरों आदि को प्रेरित किया गया। समिट के माध्यम से उन्हें बताया गया कि जिले में कहां पर किस जमीन का लैंडयूज किस श्रेणी में है। वहीं, औद्योगिक, आवासीय, स्कूल, कॉलेज, व्यावसायिक के लिए जमीन की जानकारी दी गई। लैंड यूज के अनुसार जिले में निवेश किया जा सकें।

3 लाख से अधिक युवाओं को मिलेगा रोजगार
निवेश के दौरान किस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसको लेकर उन्हें सुझाव दिए गए। जीडीए और यूपीसीडा एवं जिला उद्योग केंद्र की ओर से जिले में 10,121 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जा चुका हैं। जिले में करीब 35 हजार करोड़ रुपए के निवेश होगा। इसमें 3 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। निवेश के बाद फैक्ट्री, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, मॉल, कॉम्पलेक्स आदि का निर्माण किया जाएगा। इससे जिले में विकास होने के साथ ही शहर के लोगों की आय भी बढ़ेगी। लखनऊ में फरवरी में होने वाली इंवेस्टर्स समिट-2023 के बाद जिले में भी विकास को रफ्तार मिल सकेगी। यहां पर करीब 2500 फैक्ट्री स्थापित होने की उम्मीद है। इसके साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

यूपी इंवेस्टर्स समिट की तैयारिया, अधिकारियों एवं इंवेस्टर्स के साथ बैठक
यूपी इंवेस्टर्स समिट की तैयारियों को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी एवं जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने जीडीए सभागार में अधिकारियों एवं इंवेस्टर्स के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। जिले के करीब 20 विभागों के अधिकारियों के साथ-साथ निवेशकों के साथ बैठक की गई। बैठक में सभी निवेशकों से उनके प्रोजेक्ट शुरू करने से लेकर कौन-कौन प्रोजेक्ट कहां पर स्थापित होगा। इसकी जानकारी ली गई। आगामी पांच साल में जिले में जीडीए 10 हजार करोड़ रुपए का निवेश कराएगा। यह निवेश गु्रप हाउसिंग सोसायटी,आवासीय व व्यावसायिक योजना के अलावा होटल, स्कूल, कॉलेज से लेकर फैक्ट्री स्थापित करने पर होगा। इससे जहां शहर में विकास की रफ्तार तेजी होगी। वहीं, करीब 1.50 लाख युवाओं को रोजगार भी मिल सकेगा।बैठक में इंवेस्टर्स के साथ निवेश को लेकर मंथन किया गया। शासन के निर्देश पर जीडीए के नियोजन विभाग ने सर्वे किया। ऐसी संपत्तियों को चिन्हित किया गया है जहां पर विकास की यह योजनाएं प्रस्तावित हैं।