मोदीनगर सीट : अबकी बार किसकी मुराद होगी पूरी, प्रमुख दलों ने खेला है महिला कार्ड

गाजियाबाद। मोदीनगर विधान सभा क्षेत्र में चुनावी माहौल शबाब पर नजर आ रहा है। वोटिंग में चंद दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने जोर-आजमाइश और तेज कर दी है। मोदीनगर सीट बागपत लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। जाट बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण इसे रालोद का गढ़ भी माना जाता है। रालोद को छोड़ बाकी दलों को इस सीट पर जीत का स्वाद चखने के लिए काफी प्रयास करने पड़ते हैं, मगर पिछले चुनाव में मोदीनगर में भाजपा का सिक्का चला था। भाजपा उम्मीदवार ने एकतरफा जीत दर्ज कर सभी विरोधियों को चारों खाने चित कर दिया गया था।

2022 में यह सीट किसके हाथ लगेगी, यह जानने के लिए अभी कुछ इंतजार करना पड़ेगा। हालाकि चुनावी सरगर्मी जोरों पर चल रही है। मोदीनगर की पहचान कई चीजों से होती है। इनमें मोदी मिल, विख्यात मोदी मंदिर और सीकरी खुर्द मेले के कारण यह क्षेत्र अपनी अलग पहचान रखता है। मेरठ से सटा यह इलाका राजनीतिक दृष्टि से कम महत्वपूर्ण नहीं है। इस सीट पर 10 फरवरी को मतदान होना है।

चुनाव मैदान में 7 उम्मीदवार
मोदीनगर सीट पर डॉ. मंजू सिवाच भाजपा, सुदेश शर्मा सपा-रालोद गठबंधन, नीरज कुमारी प्रजापति कांग्रेस, हरिंद्र कुमार शर्मा आम आदमी पार्टी, डॉ. पूनम गर्ग बसपा, विजय कुमार बहुजन मुक्ति पार्टी व अनिल कुमार निर्दलीय चुनाव मैदान में है। यानि कुल 7 प्रत्याशियों के बीच चुनावी मुकाबला होना है। 7 में से 3 महिला उम्मीदवार हैं। भाजपा, कांग्रेस और बसपा ने महिला प्रत्याशी को टिकट देकर मुकाबले को रोचक बना दिया है। पूर्व विधायक सुदेश शर्मा एक बार फिर भाग्य आजमा रहे हैं। उन्हें सपा-रालोद गठबंधन का साथ मिला है।

भाजपा ने तोड़ा था रालोद का वर्चस्व
मोदीनगर सीट पर 2012 में रालोद प्रत्याशी सुदेश शर्मा ने बाजी मारी थी। उन्हें 58 हजार से अधिक वोट मिले थे। उप-विजेता बसपा प्रत्याशी राजपाल शर्मा ने 44 हजार से ज्यादा वोट प्राप्त किए थे। सपा के रामआसरे शर्मा को 41 हजार और भाजपा के सतेंद्र त्यागी को सिर्फ 15 हजार मत मिल पाए थे। 2017 में भाजपा ने रालोद से यह सीट छीन ली थी। भाजपा प्रत्याशी डॉ. मंजू सिवाच ने एक लाख 8 हजार वोट प्राप्त किए थे। उप-विजेता बसपा के बहाव चौधरी को 42 हजार वोट मिले थे। सपा के रामआसरे शर्मा को 32 हजार, रालोद के सुदेश शर्मा को 29 हजार वोट मिले थे।

क्या कहता है समीकरण ?
मोदीनगर सीट को रालोद का गढ़ माना जाता है। कारण साफ है कि इस सीट पर जाट मतदाता सबसे ज्यादा हैं। जाट मतों की संख्या करीब 45 हजार है। इसी प्रकार मुस्लिम 40 हजार, अनुसूचित जाति 25 हजार, त्यागी 20 हजार, ठाकुर 20 हजार व गुर्जर मतदाता लगभग 18 हजार हैं। सभी प्रत्याशी जाट मतदाताओं को आकर्षित करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। इसके अलावा ब्राह्मण मतदाता भी अच्छी तादात में हैं। भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक मोदीनगर क्षेत्र में जनसभा कर चुके हैं।