बिल्डर के खिलाफ नोएडा विकास प्राधिकरण सीईओ को पत्र

बिल्डर की उदासीनता से 250 परिवारों का रहना मुश्किल

नोएडा। नोएडा में रहने का सपना देखने और रहने वालों के लिए समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही। हाल-फिलहाल में एक नया मामला नागरिकों को बड़ी मुसीबत की ओर आकर्षित कर रहा है। नोएडा के प्राइम लोकेशन सेक्टर-75 के इस मामले में वहां के लगभग 250 परिवारों के लिए चैन से रहना मुश्किल हो गया है। यह परियोजना 2010-11 में फ्य़ूटेक गेटवे प्लाट-10 में दिसम्बर 2014 तक पूरा करने के लक्ष्य के साथ शुरू हुई थी, मगर अभी तक भी कार्य पूरा नहीं हो पाया है। बेहतर सुख-सुविधा क्लब, जिम, स्विमिंग पुल, पार्क, अतिथि शाला, मिनी होम थियेटर, पर्याप्त सुरक्षा, सीसीटीवी की सुविधा मिलने के वादे तो दूर हैं। अपनी मेहनत की कमाई से इस जगह सुरक्षित व कुशल रहने का सपना देखने वालों के लिए बिना लिफ्ट, अस्थायी विद्युत कनेक्शन, अस्थायी पानी की सुविधा व बिना सीवरेज प्लांट के यहां चैन से रहना मुश्किल हो गया है। बिल्डर संजीव शर्मा और मनोज राय आवंटियों के पैसे लेकर काफी समय से नदारद हैं। शेष फ्लैट्स का काम छोटे ठेकेदारों पर छोड़ दिया गया है। निकट भविष्य में किसी भी तरह की दुर्घटना को खुला निमंत्रण मिल रहा है। मूलभूत सुविधाओं के अभाव से दु:खी नागरिक समस्या के समाधान के लिए जनप्रतिनिधियों को भी अवगत करा रहे हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य संतोष सिंह के नेतृत्व में नागरिकों ने राज्य सभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू और भाजपा के लोकसभा सांसद पशुपतिनाथ सिंह से मुलाकात की थी। कांग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू ने नोएडा विकास प्राधिकरण के सीईओ को पत्र लिखकर फ्लैट्स ऑनर्स को के साथ किए गए वादे को पूरा कराने का आग्रह कर डिफॉल्ट बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। वहीं, भाजपा सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर 250 परिवारों को न्याय दिलाने का आग्रह किया है। तदुपरांत मुख्यमंत्री कार्यालय ने इस मामले को संज्ञान में लेकर शिकायतकर्ता एआईसीसी के सदस्य संतोष सिंह को फोन कर पूरे मामले कि विस्तार से जानकारी प्राप्त कर गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी को आदेश निर्गत किया है।