स्कूली बच्चों ने मानव श्रृंखला रैली में किया यातायात नियमों के प्रति जागरुक

  • गौतम पब्लिक सी0 सै0 स्कूल में निकाली गई सुभाष चन्द्र बोस जयन्ती पर मानव श्रृंखला बनाकर यातायात रैली

  • सफर जीवन का अटूट हिस्सा, मगर यातायात नियमों का करें पालन: पूनम गौतम

गाजियाबाद। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जयंती पर सड़क सुरक्षा अभियान के तहत सोमवार को गौतम पब्लिक सीनियर सैकेंडरी स्कूल प्रताप विहार सेक्टर-12 में सोमवार को मानव श्रृंखला रैली निकाली गई। इससे पूर्व विद्यालय परिसर में प्रधानाचार्य पूनम गौतम, उप-प्रधानाचार्य तनुजा, निदेशक आशीष गौतम ने संयुक्त रुप से सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

विद्यालय में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं विधार्थियों के लिए आयोजित की गई। विधार्थियों को सुभाषचन्द्र बोस के द्वारा सिंगापुर में सन् 1942 में गठित आजाद हिन्द फौज के बारे में तथा उनके देश के प्रति अन्य योग्यदानो के बारे में बताते हुए कहा कि आजादी के आंदोलन के दौरान अनेक ऐसे अवसर आए थे जिसके माध्यम से नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत की राजनीति में स्थापित हो सकते थे। मगर इससे इतर उन्होंने हमेशा क्रांति का मार्ग चुना। क्योंकि उन्हें देश को गुलाम बनाने वालों के खिलाफ लड़ाई लडऩी थी।

छात्र-छात्राओ द्वारा निकाली गई मानव श्रृंखला रैली में लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरुक किया गया।
प्रधानाचार्या पूनम गौतम ने विद्यार्थियो को सड़क सुरक्षा की शपथ दिलाते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूक होंगे और लोगों को भी जागरूक करेंगे। जिससे सड़क दुर्घटनाएं कम हों। उन्होंने कहा सफर हमारे जीवन का अटूट हिस्सा बन गया है लेकिन हम सड़क पर चलते समय ट्रैफिक नियमों की परवाह नहीं करते। जितनी मौतें रोगों से नहीं होती हैं उससे कई गुना अधिक मौतेे सड़क दुर्घटना में हो जाती हैं। हर व्यक्ति को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है, क्योंकि कानून का पालन सिर्फ डर से नहीं बल्कि दायित्व बोध से भी कराया जा सकता है। यातायात नियम मानव जीवन के लिए इसलिए जरूरी है, क्योंकि नियम पर चल कर कोई भी वाहन चालक अपने आप को सुरक्षित रख सकता है।

निदेशक आशीष गौतम ने बताया कि कई वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों का सही तरीके से पालन नही किया जाता। जिसके चलते लगातार सड़क हादसे सामने आते रहते हैं। अगर हमें दुर्घटनाओं को नियंत्रित करना है तो यातायात के नियमों का पालन करना ही पड़ेगा। तभी हम दुर्घटनाओं को रोकने में सफल हो पाएंगे। इसके लिए हमें जागरूक होना जरूरी है। विद्यालय के एकडमिक हेड चेतन शर्मा व अध्यापकों नेे भी यातायात के नियमो का पालन करने की शपथ ली।

यातायात के तीन रंगों वाले संकेतों का करें पालन

उप-प्रधानाचार्या तनुजा ने बताया ट्रैफिक सिग्नल के नियम को फॉलो करना वाहन चालकों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। खास तौर पर ध्यान रखें कि तेज गति से वाहन नहीं चलाएं और दाएं, बाएं, हरे-लाल सिग्नल को देखकर ही वाहन का संचालन करें। हमें सिग्नल और रोड संकेतकों की जानकारी होना चाहिए। जब भी यात्रा करें या वाहन चलाएं तो इस बात को हमें सोचना होगा कि हमारा परिवार हमारा इंतजार कर रहा है। ऐसे में हमारी सुरक्षा के साथ हमें उनका ध्यान रखते हुए वाहन नियम अनुसार ही चलाना चाहिए। आप सभी को यातायात के मुख्य संकेतों पर अवश्य ही ध्यान देना चाहिए, यह तीन संकेत तीन अलग-अलग रंगों के तीन माध्यम से दर्शाये गये है। यह तीन रंगों वाले यातायात संकेत आपको शहर के चौराहों पर हमेशा दिखाई देंगे।

यातायात के तीन रंगों वाले संकेतों में सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण यह लाल रंग वाले लाइट का संकेत होता है। अगर आपको यह रंग की लाइट दिखाई दे, तो आपको उसी स्थान पर रुक जाना है, जहां पर आपका वाहन को रोक लें। पीली लाइट का सिग्नल यदि आपको दिखाई दे तो आप समझते हैं, कि आप को चलने के लिए तैयार हो जाना है। जिस प्रकार से लाल लाइट रुकने का संकेत देती है उसी प्रकार से पीली लाइट चलने के लिए वाहन चालकों को तैयार होने का संकेत देती है। जिस प्रकार से पीली लाइट आपको आगे चलने के लिए तैयार होने का संकेत देती है, उसी प्रकार से हरी लाइट जलने पर आपको आगे जाने की अनुमति प्रदान कर देती है।