इंजीनियर का काम हमेशा चैलेंजिंग होता है : अनिल त्यागी

निर्माण इंजीनियर की पहचान है। इंजीनियर जिस तकनीकी का अविष्कार करते है उससे विकास की रफ्तार तेज होती है। इंजीनियर देश के विकास की रीढ़ है। लेकिन इनका हर दिन मुश्किलों और जोखिमों से भरा होता है। वह कठिन से कठिन चुनौती स्वीकार करने वाला व्यक्ति होता है। एक सरकारी अधिकारी के रूप में इंजीनियर का रोल और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास विभाग में अधिशासी अभियंता के पद पर तैनात इंजीनियर अनिल त्यागी आज सेवानिवृत्त हो गए। अनिल त्यागी वर्तमान में गाजियाबाद नगर निगम में तैनात थे। अनिल त्यागी ने गाजियाबाद नगर निगम, मेरठ नगर निगम, मुरादाबाद नगर निगम, आगरा विकास प्राधिकरण सहित उत्तर प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं दी। विकास से संबंधित कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को पूर्ण कराया। अनिल त्यागी की छवि व्यवहार कुशल और समय पाबंद अधिकारी की रही है। कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया और विषम परिस्थितियों में भी प्रोजेक्ट को मुकाम तक पहुंचाया। एक सरकारी इंजीनियर के रूप में कैसा कार्यकाल रहा, इंजीनियर को किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, एक सफल इंजीनियर को किस तरह से काम करना चाहिए और भविष्य में इंजीनियरों के समक्ष किस तरह की चुनौतियां हैं। इन मुद्दों को लेकर उदय भूमि के ब्यूरो चीफ विजय मिश्रा ने अनिल त्यागी से विस्तृत बातचीत की। पेश है बातचीत के मुख्य अंश।

प्रश्न: लंबे समय तक सरकारी विभाग में सेवारत रहने के बाद आज आप सेवानिवृत्त हो गए। आपका कार्यकाल कैसा रहा।
उत्तर: देखिए इंजीनियर का मतलब ही होता है निर्माणकर्ता। इंजीनियर अपने कार्यों से देश के विकास में योगदान देता है। यदि आप इंजीनियर हैं तो आपके लिए सबसे जरूरी है कि आप लगातार बेहतर से बेहतर काम करते रहें। जहां तक सरकारी सेवा में मेरे कार्यकाल का सवाल है तो मैं बस इतना ही कहूंगा कि मैंने लगभग 38 वर्ष सरकारी सेवा में गुजारा है और आज सरकारी सेवा से रिटायर हो रहा हूं। मेरा यह कार्यकाल ही बताता है कि मैंने पूरी निष्ठा के साथ अपने काम को किया और सरकारी सेवा के जरिए देशहित में काम करने का अवसर मिला। कार्यकाल अच्छा रहा। जब जैसी भी चुनौती आई उसका बेहतर ढंग से सामना किया।

प्रश्न: एक इंजीनियर के समक्ष क्या चुनौतियां होती है और उसका किस तरह से सामना करना चाहिए।
उत्तर: इंजीनियर का काम हमेशा से चैलेंजिंग रहा है। ऐसे में इंजीनियर को हमेशा चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। बात चाहे वर्क फ्रंट की हो या फिर एक अधिकारी के रूप में प्रशासक के रूप में हो। आपको हमेशा अपने काम के प्रति ईमानदार और निष्ठावान होना चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण एक इंजीनियर को हमेशा कुछ नया करने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए। आप चाहे सरकारी सेवा में हों, चाहे गैर सरकारी सेवा में हमेशा आपको कुछ नया करने और कुछ नया इनोवेशन करने को लेकर सोचते रहना चाहिए।

प्रश्न: आपका अधिकांश कार्यकाल नगर निगम में रहा है और नगर निगम पब्लिक बॉडी है, जिसमें काम करना सबसे चैलेंजिंग होता है। वहां किस तरह की परेशानी हुई और उसका कैसे सामना किया ?
उत्तर: मैंने शुरू में ही आपको बताया था कि मैंने प्राइवेट सेक्टर में भी काम किया। नगर निगम के अलावा नगर पालिका और विकास प्राधिकरण में भी काम किया। मेरा मानना है कि यदि आप काम करने वाले इंजीनियर हैं तो आपको हर जगह चैलेंज मिलेगा और आपको उस चैलेंज को पूरा करना होता है। नो पेन नो इंजीनियर। यानी यदि आप अपने कार्यों को लेकर पेन नहीं लेंगे तो फिर आप इंजीनियर नहीं हैं। सरकार ने आपको पब्लिक का काम करने की जिम्मेदारी सौंपी है। ऐसे में जनहित में आपको तेजी से पब्लिक से जुड़े काम करने होंगे। नगर निगम और नगर पालिका पब्लिक बॉडी हैं। इसमें आपको पब्लिक और उनके प्रतिनिधियों से काम को लेकर कई बार बेहतर सलाह मिलती है और आपका काम भी बेहतर होता है।

प्रश्न: नगर निगम और विकास प्राधिकरण के काम में किस तरह का अंतर होता है और इंजीनियर को दोनों विभागों में किस तरह से काम करना होता है।
उत्तर: इंजीनियर का काम होता है अपनी योग्यता का उपयोग कर उपलब्ध संसाधनों के माध्यम से देशहित और जनहित में बेहतर काम करना। नगर निगम और विकास प्राधिकरण 2 अलग-अलग विभाग हैं। ऐसे में जाहिर है कि दोनों की कार्यप्रणाली में अंतर होता। लेकिन दोनों जगह पर इंजीनियर को अपना मूल काम ही करना होता है। इंजीनियर का मूल काम है देशहित और जनहित में विकास से संबंधित कार्यों को कम लागत और सीमित संसाधनों में बेहतर तरीके से पूर्ण कराना है।

प्रश्न: युवा इंजीनियरों को लेकर आप क्या कहेंगे या उन्हें क्या संदेश देंगे ?
उत्तर: मैं तो बस इतना कहूंगा कि हम सभी इंजीनियरों को हमेशा देशहित और जनहित में काम करना चाहिए। जो युवा हैं वह अधिक ऊर्जावान होते हैं। ऐसे में उन्हें हमेशा कुछ बेहतर और नया करने के लिए प्रयास करते रहना चाहिए। कई बार आपके प्रयासों और मेहनत की उपेक्षा होती है। ऐसे समय में भी धैर्यवान बने रहना चाहिए। विषम परिस्थितियों में भी संतुलित रहें। हमेशा देशहित को सर्वोपरि रखें।

प्रश्न: उदय भूमि की तरफ से आपको बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
उत्तर: आपको भी धन्यवाद।

परिचय :
नाम : अनिल त्यागी
जन्म स्थान : मेरठ
शैक्षणिक योग्यता: डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग
कार्यकाल : मुजफ्फरनगर स्थित गांधी पॉलीटेक्निक गवर्मेंट कॉलेज से 1982 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूर्ण करने के बाद जेपी एसोसिएट से जुड़े। भारत सरकार के अति महत्वपूर्ण टिहरी डैम प्रोजेक्ट के लिए काम किया। 1983 में उत्तर काशी नगर पालिका परिषद में बतौर इंजीनियर सरकारी सेवा से जुड़े और यहां काफी समय तक अधिशासी अधिकारी का भी चार्ज संभाला। इसके बाद गंगोह, सहारनपुर, देवबंद सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश की विभिन्न नगर पालिका में अपनी सेवाएं दीं। वर्ष-1990 में गाजियाबाद सिटी बोर्ड (अब नगर निगम) में तैनाती मिली। कुछ साल बाद मेरठ नगर निगम में तबादला हुआ। वर्ष-2012 में आगरा विकास प्राधिकरण में प्रतिनियुक्ति पर तैनाती हुई। वर्ष-2016 में मुरादाबाद नगर निगम में तैनाती मिली। इसके बाद गाजियाबाद नगर निगम में अधिशासी अभियंता बने। 28 फरवरी 2022 को सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त हुए।