ब्रावो फार्मा ने G42 हेल्थकेयर के साथ की साझेदारी, 9 देशों में दे रही स्वास्थ्य सेवाएं

संतोष कुमार सिंह

नई दिल्ली। बिहार के चंपारण के लाल राकेश पांडेय की कंपनी ब्रावो फार्मा अपने व्यापार को एक और बड़ा व्यापक रुप देने जा रही है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जानी जाने वाली उनकी फार्मा कंपनी ने अब अबूधाबी की हेल्थ कंपनी G42 हेल्थकेयर के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की है। इस साझेदारी के अलावा, ब्रावो फार्मा ने G42 हेल्थकेयर के साथ रिपब्लिकन ऑन्कोलॉजी सेंटर ताशकंद उज़्बेकिस्तान में क्लिनिकल जीनोमिक्स, प्रोटिओमिक्स और सोमालॉजिक को समर्पित एक सम्मेलन का भी आयोजन किया। जिसमें क्षेत्रीय अस्पतालों के डॉक्टरों के साथ अबू धाबी के G42 हेल्थकेयर के ऑन्कोलॉजी विशेषज्ञ डॉ अज़्ज़ा अत्तिया और मोहम्मद रफ़ीक़ एम ज़ुरैकी ने भाग लिया।

भारतीय राजदूत मनीष प्रभात कार्यक्रम में हुए शामिल

इस कार्यक्रम के अलावा G42 हेल्थकेयर के डॉकटर्स और विशेषज्ञों ने ऑन्कोलॉजी डायग्नोस्टिक सेंटर उद्घाटन समारोह में भाग लिया। जिसे ब्रावो फार्मा ग्रुप ने रिपब्लिकन ऑन्कोलॉजी सेंटर ताशकंद उज्बेकिस्तान के सहयोग से स्थापित किया है। इस समारोह में भारतीय राजदूत मनीष प्रभात, ऑन्कोलॉजी के निर्देशक मिर्जा गालिब तिल्यशायखोव और कई अन्य पदाधिकारियों ने भाग लिया।

G42 हेल्थकेयर का उद्देश्य

अबू धाबी की हेल्थ-टेक कंपनी G42 हेल्थकेयर का उद्देश्य एआई और उन्नत चिकित्सा तकनीकों का उपयोग करके चिकित्सा सेवाओं को बेहतर करना है। मरीजों की बेहतर इलाज और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जी42 हेल्थकेयर ने बायोजेनिक्स लैब्स की स्थापना की है। यूएई की पहली मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला और क्षेत्र का पहला अनुबंध अनुसंधान संगठन आईआरओएस लॉन्च किया गया। साथ ही आधुनिक तकनीक से लैश ओमिक्स सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की भी स्थापना की गई।

स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की ओर कदम

ब्रावो फार्मा के लिए G42 हेल्थकेयर के साथ यह रणनीतिक साझेदारी भविष्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर और सुलभ करने की ओर एक बड़ा कदम है। ये साझेदारी जैव सूचना विज्ञान और एआई का उपयोग करके हेल्थ सेक्टर में कुशल क्लिनिकल रिपोर्टिंग सिस्टम का निर्माण करके मध्य एशिया, अफ्रीका और भारत में बेहतर इन-क्लास एआई-आधारित स्वास्थ्य सेवाओं के निर्माण में एक बढ़े हुए प्रयास का संकेत देती है।

ब्रावो फार्मा 9 देशों में दे रही सेवाएं

बिहार के रहने वाले ब्रावो फार्मा के चेयरमैन राकेश पांडेय एक प्रसिद्ध उद्यमी और समाजसेवक हैं। जीनोमिक्स के क्षेत्र का विस्तार करने और भौगोलिक दृष्टि से और अनुसंधान के लिहाज कैंसर के इलाज देने लिए हमेशा चर्चा में रहे हैं। राकेश पांडेय की ब्रावो फार्मा दुनिया के नौ देशों में कैंसर, एचआईवी पर रिसर्च और दवा तैयार करती है।

चंपारण से निकल कर यहां तक का सफर

बिहार के चंपारण के रहने वाले राकेश पांडे चंपारण सहित पूरे बिहार में सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय योगदान देते रहे हैं। पूरे कोरोना काल में ब्रावो फार्मा के जरिए उनकी सक्रियता की वजह से आम लोगों को इस महामारी के दौरान काफी राहत मिली। न सिर्फ कोरोना काल में बल्कि सामान्य समय में भी वे चंपारण को शैक्षणिक रूप से आगे ले जाने, ऐतिहासिक धरोहरों को संजोने और शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में सतत रूप से योगदान देते रहे हैं। इस वजह से युवाओं में उनकी काफी लोकप्रियता है।