छुट्टी के दिनों में 10 फ्लैट निर्माण, जीडीए ने बुलडोजर चलाकर किया ध्वस्त

-5 बीघा जमीन में अनाधिकृत रूप से काटी जा रही अवैध कॉलोनी पर कार्रवाई

गाजियाबाद। सरकारी अवकाश के दिनों में जीडीए की कार्रवाई बचने के लिए चोरी-छिपे 10 फ्लैट एवं अनाधिकृत कॉलोनी में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) प्रवर्तन दस्ते की टीम ने बुलडोजर चलाकर निर्माण को ध्वस्त कर दिया।
जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह के अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के आदेश के क्रम में यह बड़ी कार्रवाई की गई। गुरूवार को जीडीए प्रवर्तन जोन-4 के प्रभारी अधिशासी अभियंता राकेश कुमार सिंह ने स्वयं मौके पर पहुंचकर सहायक अभियंता प्रबुद्ध राज सिंह, अजित सिंह, अवर अभियंता गणेश दत्त जोशी, मनोज वशिष्ठ एवं जीडीए पुलिस, अवंतिका पुलिस चौकी प्रभारी, पुलिस की मौजूदगी में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कराई।

जीडीए प्रवर्तन जोन-4 के प्रभारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि अवंतिका एक्सटेंशन के समीप मनोज राठी द्वारा भूतल, प्रथम, द्वितीय व तृतीय तल पर अवैध रूप से 10 फ्लैट का निर्माण किए जाने के चलते बॉलकनी, कमरे, बाथरूम, दीवारों आदि को बुलडोजर चलाकर इन्हें ध्वस्त किया गया। जबकि चौथी मंजिल की छत को हथौड़ा चलवाकर सरिए काटते हुए तोड़ी गई।

उन्होंने बताया कि अवैध फ्लैट का निर्माण किए जाने पर कॉलोनाइजर मनोज राठी को पूर्व में जीडीए प्रवर्तन जोन की ओर से नोटिस जारी करते हुए इन्हेंं सील किया गया था। मगर जीडीए की सील को तोड़ दिया। इस मामले में कविनगर थाने में इसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। मगर चोरी-छिपे रात में एवं छुट्टी के दिनों में फ्लैट का निर्माण कराया जाता रहा। इन सभी अवैध 10 फ्लैट को बुलडोजर चलाकर गुरूवार को ध्वस्त कर दिया गया। इसके अलावा अवंतिका एक्सटेंशन से सटे प्रताप नगर में रामदास एवं जगदीश यादव द्वारा करीब 5 बीघा जमीन में अनाधिकृत रूप से काटी जा रही अवैध कॉलोनी में साइट ऑफिस, सड़क, बिजली खंबे आदि को ध्वस्त कर दिया गया।

जीडीए की कार्रवाई के दौरान कॉलोनाइजर एवं निर्माण करने वाले लोगों ने आसपास के लोग एकत्र कर लिए।लोगों ने जमकर विरोध किया।मगर पुलिस फोर्स ने वहां से लोगों को खदेड़ दिया। इसके बाद अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए। जोन प्रभारी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अवैध रूप से बनाए गए फ्लैट एवं अवैध कॉलोनी में कोई भी फ्लैट,प्लॉट न खरीदे और न ही बेचे। इन्हें खरीदने या बेचने से पहले जीडीए से उसकी स्थिति के बारे में जानकारी कर लें।अन्यथा अवैध होने के चलते जीडीए द्वारा अवैध निर्माण को तोडऩे की कार्रवाई की जाएगी।