अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के कार्यवाहक राष्ट्रीय संगठन महामंत्री का पांच दिवसीय दौरा

-ब्राह्मण जाति नहीं सनातन जीवन पद्धति, एक सूत्र से जुड़े ब्राह्मण समाज: विशन कौशिक
-वैदिक कल्चर एंड इंडियन ट्रेडिशन उड़ीसा द्वारा कार्यक्रम का आयोजन
-देश विदेश से विद्वान, विदुषी ब्राह्मणों ने लिया भाग

विशाखापट्टनम। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के कार्यवाहक राष्ट्रीय संगठन महामंत्री पंडित विशन कौशिक तथा कार्यवाहक राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री पंडित बृजमोहन शर्मा ने दक्षिण में ब्राह्मण समाज को एक सूत्र में पिरोने के लिए मुहिम छेड़ दी है। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के कार्यवाहक राष्ट्रीय संगठन महामंत्री पंडित विशन कौशिक तथा कार्यवाहक राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री पंडित बृजमोहन शर्मा ने अपने पांच दिवसीय दौर के दौरान मंगलवार को वेद शास्त्र संरक्षण कार्यक्रम शंकर मठ विशाखापट्टनम में शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन वैदिक कल्चर एंड इंडियन ट्रेडिशन उड़ीसा द्वारा किया गया। कार्यक्रम में देश विदेश से विद्वान, विदुषी ब्राह्मणों ने भाग लिया। कार्यक्रम जगद्गुरु शंकर विजयेंद्र सरस्वती शंकराचार्य कांची कामकोटि पीठ के सानिध्य में हुआ। शंकराचार्य द्वारा महासभा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री को कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करने के लिए आमंत्रित किया।

पंडित विशन कौशिक ने अपने संबोधन में महासभा द्वारा संस्कृत, संस्कृति, वेद शास्त्रों के प्रसार तथा संरक्षण और ब्राह्मणों की एकता, ब्राह्मण कल्याण बोर्ड, पुजारी कल्याण बोर्ड के संबंध में किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी। विशन कौशिक ने महामना मदनमोहन मालवीय द्वारा स्थापित अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा पंजी 1939 के बारे में उपस्थित विप्र जनों को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा ब्राह्मण जाति नहीं सनातन जीवन पद्धति है। भगवान परशुराम ने अपने जीवन दर्शन से इस सिद्धांत को प्रतिपादित किया। ब्राह्मणत्व का उद्देश्य सर्व समाज के कल्याण के साथ सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक उन्नति है। भारत की सनातन संस्कृति की रक्षा के साथ जीवन के मूल सिद्धांतों को स्थापित करने में इसकी महती भूमिका है।

राष्ट्रीय संगठन महामंत्री पंडित विशन कौशिक ने कहा कई धड़ों और संगठनों में बंटकर ब्राह्मण समाज आज कमजोर हो रहा है। गलत समझौतों से पिछड़ रहे समाज को पूरी एकजुटता के साथ अधिकारों की लड़ाई लडऩी होगी। चेताया कि अगर अभी नहीं संभले तो युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। युवाओं का भविष्य खोखला कर रही आरक्षण की त्रुटिपूर्ण व्यवस्था से योग्य होने के बावजूद ब्राह्मण युवा सरकारी नौकरियों में पिछड़ रहे हैं। उनके आगे बढ़ने के अवसर कम हो रहे हैं क्योंकि उनकी बात उठाने वाला कोई नहीं है। हमें अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी और एकजुटता दिखानी होगी। उन्होंने कहा अब समय यह नहीं है कि पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण में रहने वाला ब्राह्मण अपने हक की लड़ाई अलग लड़े, बल्कि समय है कि ब्राह्मण एकजुट हो ताकत का एहसास कराएं।

राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री पंडित बृजमोहन शर्मा ने कहा समाज के सभी वर्गो में ब्राह्मणों का सम्मान है लेकिन आज आवश्कता इस बात की है कि हम सब एकजुट रहकर नई पीढ़ी को संस्कारवान बनायें ओर वर्तमान परिस्थितियों में देश ओर दुनिया के साथ चलते हुये भारतीय संस्कारों को पुरे विश्व में फैलायें। आज ब्राह्मण समाज संघर्ष काल में जी रहा है। उसे अपने अतीत को सुरक्षित रखते हुये वर्तमान युग के साथ सामंजस्य बैठाना है और संस्कारों को आगे बढाना है। ब्राह्मण सभी को दिशा दें और संस्कारों को आगे बढायें तो निश्चित रूप से समाज के सभी वर्गो का उत्थान हो पायेगा। इससे पूर्व शंकर मठ में पहुंचने पर शंकराचार्य ने महासभा के दोनो पदाधिकारियों से कुछ समय तक वार्तालाप किया। सुबह शंकराचार्य द्वारा की जाने वाली भगवान चंद्रमौली अभिषेक पूजा में शामिल हुए। कार्यक्रम में संयोजिका रूपाली, वीएसआर मूर्ति, सदानंद, अमेरिका से आई लीला, तपस पांडा, बाला सुब्रमण्य, विचित्रानंद, उड़ीसा और आंध्र प्रदेश में महासभा के संगठन विस्तार के बारे मे चर्चा की गई।