अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा की अंतरराष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित

राष्ट्रीय स्तर पर ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन और भारत व नेपाल को हिंदू राष्ट्र घोषित करने का प्रस्ताव पारित

काठमांडू। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा की अंतरराष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 15 एवं 16 अगस्त को नेपाल की राजधानी काठमांडू स्थित अग्रवाल भवन में आयोजित की गई। बैठक में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्राह्मण समाज की उपेक्षा पर गहरी चिंता जाहिर की गई। वक्ताओं ने समाज से एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया। बैठक में 2 महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी पारित किए गए, जिनमें राष्ट्रीय स्तर पर ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन करने एवं भारत और नेपाल को हिंदू राष्ट्र राष्ट्र घोषित करने का प्रस्ताव प्रमुख रहा।

इस दौरान भारत से ब्राह्मण समाज के 200 प्रतिनिधि पहुंचे थे। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा की अंतरराष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की शुरुआत से पहले संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री पं. तरुण मिश्र भगवान पशुपति के दर्शन करने के लिए पशुपति नाथ मंदिर पहुंचे। वहां उन्होंने सर्वकल्याण के साथ-साथ विशेष तौर पर भारत के स्टैंड अप कॉमेडियन एवं प्रख्यात अभिनेता राजू श्रीवास्तव के बेहतर स्वास्थ्य के लिए पूजा-अर्चना की। 15 अगस्त को बैठक आरंभ होने से पहले सभी सदस्यों ने ध्वजारोहण कार्यक्रम में भाग लिया।

तदुपरांत बैठक की शुरुआत हुई। बैठक का उद्घाटन मुख्य अतिथि नेपाल के पूर्व गृहमंत्री दीपक प्रकाश बासकोटा ने किया। बैठक की अध्यक्षता ब्राह्मण महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष वैद्य गोपाल दत्त शर्मा ने की। मुख्य अतिथि पूर्व गृहमंत्री दीपक प्रकाश बासकोटा ने इस बात पर अत्यंत प्रसन्नता जाहिर की कि भारत से एक साथ लगभग दो सौ ब्राहमण प्रतिनिधि नेपाल आकर अपना अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन कर रहे हैं। उन्होंने ब्राह्मण समाज की एकजुटता पर जोर दिया। दूसरे दिन समापन सत्र में मुख्य अतिथि नेपाल के पूर्व मंत्री एवं वर्तमान सांसद अनिल कुमार झा रहे। उन्होंने ब्राहमणों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही उपेक्षा पर गहरी चिंता जहिर की।

उन्होंने यह भी कहा कि एक साथ इतने ब्राह्मणों को एकत्रित देखकर मैं आश्चर्यचकित हूं। उन्होंने महासभा से आग्रह किया कि समय-समय पर इस तरह की बैठक का आयोजन विश्व के कोने-कोने में होना चाहिए, जिससे ब्राह्मणों में एकजुटता बढ़ेगी। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के अंतरराष्ट्रीय संयोजक एवं पशुपति क्षेत्र विकास कोष के सदस्य संविदा शास्त्री अजुर्न प्रसाद बास्तोला का आर्शीवचन भी महासभा को प्राप्त हुआ। संविदा शास्त्री ने ब्राहमणों को कलियुग का मनीषी बताया। उन्होंने सभी से यह अपील की कि वो ब्राह्मणों को एकजुट रखने में व्यक्तिगत स्तर पर भी प्रसास करें।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वैद्य गोपाल दत्त शर्मा ने कहा कि ब्राह्मण कहीं से भी कमजोर नहीं है परंतु वो अपनी शक्ति को प्रदर्शित करने में संकोच करता है। उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में उत्तीण टॉपर छात्र-छात्राओं को बधाई देकरकहा कि आपके माध्यम से ब्राह्मणों का गौरव बढ़ा है। कार्यक्रम के अंत में संगठन केराष्ट्रीय महामंत्री तरुण मिश्र ने ब्राह्मण समाज की एकजुटता पर जोर दिया। उन्होंने पशुपति विकास कोष के सभी सदस्यों, अधिकारियों और कर्मचारियों का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इन सभी के सहयोग से काठमांडू में यह कार्यक्रम संभव और सफल हो पाया। बैठक में महासभा के महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष श्रीमति दिग्विजय दीक्षित, राष्ट्र महामंत्री (संगठन) विषन कुमार कौशिक, युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रशांत कौशिक सहित कई राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष एवं सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।