घरेलू सहायिका-रेस्टोरेंट कुक को नगर निगम करेगा प्रशिक्षित

-पुलिस वेरिफिकेशन की तरह कचरा पृथक्करण प्रशिक्षण प्रमाण पत्र जरुरी: डॉ. नितिन गौड़

गाजियाबाद। स्वच्छता सर्वेक्षण-2023 को दृष्टिगत रखते हुए नगर निगम द्वारा चलाए जा रहे 10 तक अभियान के तहत जहां कचरा पृथक्करण को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। वहीं अब घरों में काम करने वाली सहयोगी साहिका, होटल ढाबों पर तथा रेस्टोरेंट पर कार्य कर रहे कुक या अन्य प्रतिष्ठानों में कार्य करने वालों को नगर निगम ने प्रशिक्षित करने की योजना बनाई हैं।

नगर आयुक्त डॉ. नितिन गौड़ ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत नगर निगम द्वारा 10 तक कचरा पृथक्करण अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसी प्रकार से घरों में काम करने वाली घरेलू सहायिका एवं होटल, रेस्टोरेंट, ढाबों पर काम करने वाले कुक व अन्य प्रतिष्ठानों पर काम करने वालों को नगर निगम कूड़ा-कचरा पृथक्करण के लिए प्रशिक्षित करेगा। नगर आयुक्त ने बताया कि आगामी 25 फरवरी तक सभी आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों, सोसायटी, प्रतिष्ठानों, संस्थानों आदि को गूगल लिंक उपलब्ध कराया जाएगा। इस पर रजिस्टे्रशन नि:शुल्क होगा। इसके माध्यम से ही प्रशिक्षण दिया जाएगा।

दरअसल, नगर निगम सीमा अंतर्गत शहर में वर्तमान में करीब 1400 से 1500मीट्रिक टन कूड़ा-कचरा उत्सर्जित हो रहा हैं। इस कूड़े का शत-प्रतिशत निस्तारण करने के लिए नगर निगम को कठिनाई हो रही है। ऐसे में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियमावली-2016 के तहत शहरवासियों एवं सोसायटी, प्रतिष्ठानों को स्वयं ही कूड़े-कचरा पृथक्करण की कार्रवाई स्वयं करनी है। मगर बड़ी संख्या में कूड़े का निस्तारण प्रतिष्ठान नहीं कर रहे है। इससे शहर से निकलने वाले कूड़े-कचरे का शत-प्रतिशत निस्तारण नहीं हो पा रहा है।

नगर आयुक्त ने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि जन जागरूकता अभियान चलाते हुए सूखा एवं गीला कचरा अलग-अलग डस्टबिन में डाला जाए। ताकि कचरे का शत-प्रतिशत निस्तारण किया जा सकें।नगर निगम का सहयोग कई एनजीओ भी कर रही है। जो सराहनीय है। उन्होंने बताया कि आगामी 25 फरवरी तक सभी को गूगल लिंक नगर निगम द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही एक मार्च तक प्रशिक्षण शुरू कर दिया जाएगा। इससे कचरा पृथक्करण में लोगों का सहयोग मिलेगा।

नगर आयुक्त ने बताया कि जिस प्रकार से पुलिस वेरीफिकेशन किसी सहायक को रखने से पूर्व किया जाता है। उसी तरह कूड़ा-कचरा पृथक्करण प्रशिक्षण प्रमाण पत्र की भी जांच की जानी अनिवार्य होगी।ताकि शहर से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण की कार्रवाई की जा सकें। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश कुमार के नेतृत्व में नगर निगम सीमा अंतर्गत आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों, प्रतिष्ठानों, होटलों एवं घरेलू सहायिका के रूप में काम करने वाली सहायिका, कुक आदि को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।