नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ ग्रहण की, पहले संबोधन से जीता दिल

नई दिल्ली। द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण की। शपथ ग्रहण करने के बाद वह देश की 15वीं राट्रपति बन गई हैं। मुख्य न्यायाधीश एनवी रमणा ने उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। शपथ लेने के उपरांत उन्होंने अपने पहले संबोधन में विभिन्न अहम बातों का जिक्र किया। प्रतिभा पाटिल के बाद द्रौपदी मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति बनी हैं। राष्ट्रपति पद के लिए गत 18 जुलाई को चुनाव कराए गए थे। तदुपरांत 21 जुलाई को मतगणना पूरी हुई है। राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू ने बाजी मारी थी।

उन्हें विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को पराजित किया था। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सोमवार को संसद के सेंट्रल हॉल में चीफ जस्टिस एमबी रमणा ने पद की शपथ ग्रहण कराई। शपथ लेने के बाद राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि मेरा निर्वाचन इस बात का सबूत है कि भारत में गरीब सपने देख भी सकता है और उन्हें पूरा भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि मेरे इस पद पर पहुंचने में भारत के गरीब एवं करोड़ों महिलाओं का आशीर्वाद शामिल है। उन्होंने कहा कि यह भी एक संयोग है कि जब देश अपनी आजादी के 50वें वर्ष पूरे करने का जश्न मना रहा था तभी मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई थी।

अब आजादी के 75वें वर्ष में मुझे ये महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है। द्रौपद्री मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला हैं जो राष्ट्रपति बनी हैं। वह प्रतिभा पाटिल के बाद देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति बनी हैं। शपथ ग्रहण के बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृहमंत्री अमित शाह के अलावा तीनों सेना के प्रमुख आदि कई शख्सियतें मौजूद रहीं।