राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग, 21 जुलाई को आएगा परिणाम

नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया सोमवार को शुरू हो गई। देश के 15वें राष्ट्रपति का निर्वाचन करने के लिए वोटिंग कराई गई है। संसद भवन के अलावा सभी राज्यों की विधान सभा में मतदान की व्यवस्था की गई। 21 जुलाई को मतगणना कराकर परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। इसके अलावा 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह निर्धारित है। यानी 25 जुलाई को देश के नए राष्ट्रपति अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। उधर, राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग की खबरें भी सामने आई हैं। राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की तरफ से द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया गया है। दोनों के मध्य मुकाबला है।

मतों का गणित एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में है। माना जा रहा है कि मुर्मू की जीत सुनिश्चित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा विभिन्न सांसद और केंद्रीय मंत्रियों ने मतदान में हिस्सा लिया। विभिन्न राज्यों में सीएम भी मतदान कर चुके हैं। यदि एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति चुनी जाती हैं तो वह आदिवासी समुदाय की देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली पहली शख्सियत होंगी। वोटिंग के पश्चात सभी राज्यों से मतपेटियों को कड़ी सुरक्षा में दिल्ली लाया जाएगा। 21 जुलाई को मतगणना कराकर परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। राष्टÑपति चुनाव में ईवीएम की बजाए मतपत्रों का इस्तेमाल किया गया है।

25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होना है। उधर, कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने द्रौपदी मुर्मू की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा है कि मुर्मू योग्य और प्रतिबद्धता वाली महिला हैं। वहीं, राष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने सोमवार को पुन: द्रौपदी मुर्मू के समर्थन की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि राष्ट्रपति चुनाव किसी भी राजनीतिक चुनाव से अलग होते हैं। यह सर्वोच्च पद है और एक उपयुक्त उम्मीदवार के लिए वोट डाला जाना चाहिए।