नाले की दीवार ढहने से 4 मजदूरों की मौत, सीएम ने भी लिया घटना का संज्ञान

नोएडा के जलवायु विहार में हादसा, डीएम ने दिए जांच के आदेश

नोएडा। जलवायु विहार सेक्टर-21 में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। निर्माणाधीन नाले की दीवार अचानक ढह गई। इसके बाद दर्जनभर कामगार मलबे में दब गए। चीख-पुकार मचने पर आस-पास के नागरिक मौके पर पहुंचे। घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दी गई। पुलिस एवं दमकल विभाग की टीमें आनन-फानन में मौके पर पहुंच गई। तदुपरांत मलबे में दबे कामगारों को बाहर निकाल कर अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने 4 कामगारों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हादसे की जांच के लिए टीम गठित की गई है।

हादसे से नोएडा प्राधिकरण में भी हड़कंप मचा रहा। जलवायु विहार सोसाइटी के पास नाला गुजर रहा है। नाले की दीवार काफी पुरानी होने के कारण नोएडा प्राधिकरण ने नई दीवार का निर्माण कराने का फैसला लिया था। पुलिस ने बताया कि मंगलवार की सुबह लगभग 10 बजे दर्जनभर कामगार मौके पर काम कर रहे थे। इस बीच 6 फीट ऊंची और 10 फीट लंबी दीवार एकाएक ढह गई। दीवार ढहने से सभी कामगार मलबे में दब गए। हादसे की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने दमकल विभाग की मदद से राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। दमकल कर्मियों ने 5 जेसीबी वाहनों की मदद से मलबा हटवा कर दबे कामगारों को बाहर निकाला।

घायल 2 कामगारों को कैलाश अस्पताल और 2 कामगरों को जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया। बाकी कामगार घायल हैं। पुलिस का कहना है कि मृतकों एवं घायलों के परिजनों को हादसे की सूचना दे दी गई है। हादसे की जांच के लिए टीम का गठन किया गया है। उधर, संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) लव कुमार, डीसीपी हरीश चंदर, मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) अरुण कुमार सिंह, एसीपी नोएडा रजनीश वर्मा ने मौके पर जाकर घटनास्थल का जायजा लिया।

उधर, जिला प्रशासन ने भी घटना का संज्ञान लिया है। जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने मौके पर जाकर हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। सिटी मजिस्ट्रेट धर्मेंद्र कुमार सिंह को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी नोएडा की घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने कामगारों की मौत पर शोक जाहिर किया है। सीएम ने सीनियर अफसरों को तत्काल मौके पर जाकर राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने तथा घायलों के उपचार की समुचित व्यवस्था के निर्देश दिए।