चालबाज ठेकेदार ब्लैक लिस्ट, टेंडर में लगाया था फर्जी सर्टिफिकेट, यमुना प्राधिकरण ने की कार्रवाई

यमुना प्राधिकरण में चालबाज ठेकेदारों पर जोरदार हंटर चल रहा है। फर्जी तरीके से टेंडर हासिल करने, काम को समय से पूरा नहीं करने और काम की गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ करने वाले ठेकेदारों पर शिकंजा कसा का जा रहा है। गलत काम करने वाले ठेकेदार की फर्म को ब्लैकलिस्ट करने तक की कार्रवाई की जा रही है। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने धोखाधड़ी और फ्रॉड करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। सीईओ की सख्ती का असर है कि यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में काम तेजी से हो रहे हैं और गलत कृत्य करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है।

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) में ठेका लेने के लिए ठेकेदार ने तिकड़बाजी कर फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लगा दिया। प्रमाण पत्र की जांच होने पर सच्चाई सामने आ गई। ऐसे में यमुना प्राधिकरण ने सख्त कार्रवाई की है। ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। आगे कोई ठेकेदार इस तरह की गड़बड़ी न कर सके, इसे लेकर सतर्कता बरती जा रही है।
जानकारी के अनुसार यमुना विकास प्राधिकरण ने विकास कार्यों के लिए टेंडर निकाले थे। काम लेने के लिए कई ठेकेदारों ने टेंडर डाले थे। ऐसे में एआर कंस्ट्रक्शन कंपनी ने भी इसके लिए आवेदन किया था। आवेदन के साथ सभी जरूरी कागजात भी लगाए गए थे। संबंधित फर्म ने अनुभव प्रमाण पत्र भी लगाया। अनुभव प्रमाण पत्र भी पीडब्ल्यूडी विभाग से जारी किया गया था। यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों को इस प्रमाण पत्र पर संदेह हुआ। अफसरों ने मामले जांच कराने का निर्णय लिया। प्राधिकरण अधिकारियों ने पीडब्ल्यूडी विभाग से इस संबंध में जानकारी मांगी। जानकारी मांगी गई कि यह प्रमाण पत्र जारी किया गया है अथवा नहीं। पीडब्ल्यूडी ने पत्र जारी कर बताया कि विभागीय स्तर से इस प्रकार का कोई अनुभव प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया है।

गोविंदगढ़ उतरावली से संबंधित है काम
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र स्थित गोविंदगढ़ उतरावली गांव में इंटरलॉकिंग का काम कराया जाना था। इसको लेकर 10 जून 2021 को टेंडर निकाला गया। लगभग 71 लाख रुपये का काम था। इसमें एआर कंस्ट्रक्शन कंपनी ने पार्टिसिपेट किया और टेक्निकल व फाइनैंसियल विड के आधार पर टेंडर हासिल किया। इसके बाद कंपनी को वर्क आॅडर जारी हुआ।

लगाया 88 लाख का फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र
यमुना प्राधिकरण में टेंडर हासिल करने के लिए एआर कंस्ट्रक्शन ने 88 लाख 55 हजार 887 रुपये का अनुभव प्रमाण पत्र लगाया। काम का यह अनुभव प्रमाण पत्र पीडब्ल्यूडी वर्क सर्किल 4 नोएडा के नाम से लगाया गया। जो फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लगाया था वह 26 सितंबर 2020 को जारी हुआ था।

सत्यापन में खुली ठेकेदार की पोल
यमुना प्राधिकरण द्वारा जब अनुभव प्रमाण पत्र की जांच कराई गई तो वह फर्जी निकला। पीडल्यूडी नोएडा वर्क सर्किल 4 के एसएम ने 27 सितंबर 2021 को पत्र लिखकर जानकारी दी कि उनके यहां काम नहीं कराया गया है और ना ही पीडब्ल्यूडी कार्यालय से ठेकेदार को अनुभव प्रमाण पत्र जारी हुआ है। फर्जीवाड़ा का भांडा फूटने के बाद ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है।

फर्म के साथ-साथ डॉयरेक्टर भी ब्लैक लिस्ट
फर्जीवाड़े के मामले में यमुना प्राधिकरण ने फर्म एआर कंस्ट्रक्शन कंपनी और इस कंपनी के डॉयेरक्टर अख्तर बाबू को ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई की है। यानि अख्तर बाबू यदि किसी और कंपनी में भी डॉयरेक्टर हैं तो वहां भी इस कार्रवाई का असर पड़ेगा। यमुना प्राधिकरण की यह कार्रवाई फर्जीवाड़ा करने वाले ठेकेदारों के लिए कड़ी चेतावनी है।

yamuna-authority-dgm-asish-kumar-singhठेकेदार ने फर्जी डॉक्यूमेंट लगाकार टेंडर हासिल किया था। ठेकेदार ने पीडब्ल्यूडी नोएडा द्वारा जारी अनुभव प्रमाण पत्र लगाया था। जब प्रमाण पत्र की जांच कराई गई तो वह फर्जी निकला। पीडब्ल्यूडी ने लिखित में बताया कि उनके कार्यालय से प्रमाण पत्र जारी नहीं हुआ है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) के आदेश के बाद फर्जीवाड़ा करने वाली फर्म और उसके डॉयरेक्टर को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है।
एके सिंह
डीजीएम
यमुना प्राधिकरण