फिल्म सिटी के लिए निकाले जाएंगे ग्लोबल टेंडर लखनऊ में आरएफपी टेंडर और अनुबंध पत्र पर हुई चर्चा

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महात्वाकांक्षी फिल्म सिटी प्रोजेक्ट के लिए फिर से ग्लोबल टेंडर निकाले जाएंगे। यमुना सिटी में बनने वाला फिल्म सिटी बड़ा ही भव्य और अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा। फिल्म सिटी को लेकर पूर्व में निकाले गये टेंडर को लेकर विकासकर्ता कंपनी ने कुछ सुझाव दिया था। कुछ शर्तो को लेकर पहली बार निकाली गई टेंडर को लेकर गतिरोध था। अब उन गतिरोध को दूर करते हुए फिल्म सिटी को लेकर मिले सुझावों पर चर्चा के बाद दुबारा ग्लोबल टेंडर निकालने का निर्णय लिया गया है। फिल्म सिटी के लिए 1 सितंबर को ग्लोबल टेंडर आमंत्रित किये जाएंगे।

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र स्थित सेक्टर-21 में फिल्म सिटी प्रस्तावित है। फिल्म सिटी 1000 एकड़ में बननी है। यह बड़ी भव्य और आकर्षक होगी। इससे लाखों की संख्या में लोगों को परोक्ष और अपरोक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। फिल्म सिटी बनने से उत्तर प्रदेश को नई पहचान मिलेगी और यमुना सिटी क्षेत्र विश्व स्तर पर स्थापित होगा। फिल्म सिटी को पीपीपी मॉडल पर विकसित किया जाना है। लखनऊ में हुई बैठक के बाद फिल्म सिटी के लिए टेंडर दोबारा निकालने की कवायद शुरू हुई है। विगत शनिवार को लखनऊ में इसको लेकर बैठक हुई।

बैठक में आरएफपी टेंडर और अनुबंध पत्र पर चर्चा हुई। बैठक में टेंडर व कंशेसन एग्रीमेंट पर चर्चा हुई। पहले विकासकर्ता कंपनी को लाइसेंस 40 साल का दिया जाना था। इसे बढ़ाकर 90 साल कर दिया गया है। पहले यमुना प्राधिकरण ही डेवलपमेंट प्लान देना था, लेकिन अब इसे हटा दिया गया है। इस परियोजना में फिल्म के अलावा एम्यूजमेंट पार्क, ओटीटी प्लेटफॉर्म, ब्रॉडकास्टिंग, मीडिया एंटरटेनमेंट, फिल्म इंस्टीटह्ययूट आदि शामिल किया गया है। सूत्रों का कहना है कि विकासकर्ता कंपनी को सालाना 116 करोड़ रुपये या कुल कमाई का 2 प्रतिशत दोनों में से जो अधिक होगा, वह देना पड़ेगा। लखनऊ में हुई बैठक में नए नियमों पर मुहर लग गई। दोनों डाक्यूमेंट तैयार कर उसे मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली कमेटी पास कराया जाएगा। फिर इसे प्रदेश कैबिनेट से पास कराया जाएगा। इसके बाद ग्लोबल टेंडर निकाली जाएगी।