यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के गांवों में मिशन कायाकल्प पर काम शुरू एसीईओ मोनिका रानी ने बताया कैसे टीम करेगी काम

तमिलनाडु की अमृता यूनिवर्सिटी की 10 टीमें पहुंची, यमुना प्राधिकरण और व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन के बीच हुआ है एमओयू

उदय भूमि ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांवों की स्थिति सुधारने और स्कूलों की शिक्षा प्रणाली सुधारने के लिए मिशन कायाकल्प के तहत काम शुरू हो गया है। यमुना प्राधिकरण और व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन के बीच इसको लेकर एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ है। योजना के तहत व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन द्वारा यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण क्षेत्र में आने वाले गांवों में तालाबों के सौंदर्यकरण से संबंधित कार्य, प्राधिकरण के क्षेत्र में स्थित स्कूलों में ई-क्लासेस, ई-लाइब्रेरी और मॉडर्नाइजेशन आदि से सम्बन्धित कार्य कराया जाएगा। तमिलनाडु की अमृता यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स जल, स्वास्थ्य, एनर्जी और शिक्षा आदि के बारे में जानकारी देंगे। इस कड़ी में अमृता यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स की 10 टीमें मंगलवार को यमुना अथॉरिटी पहुंची है। इन सभी स्टूडेंट्स को जीबीयू में ठहराया गया है। यमुना प्राधिकरण की अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एसीईओ) मोनिका रानी ने तमिलनाडु से आई टीमें और प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि गांवों में किस तरह से काम होगा और मिशन को किस तरह सफल बनाकर ग्रामीणों तक अधिक से अधिक लाभ पहुंचाया जाये। बैठक में यमुना प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र सिंह, जीएम प्रॉजेक्ट केके सिंह, डीजीएम प्रोजेक्ट एके सिंह, सीईओ के स्टाफ अफसर नंनद किशोर सुंदरियाल, व्हील्स ग्लोबल फाउडेशन की तरह से योगेश आनदेय सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक के दौरान एसीईओ मोनिका रानी ने गांवों में फेजवाइज काम कराने की योजना को लेकर चर्चा की। बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य की शुरूआत करने को लेकर फाउंडेशन के अधिकारी और प्राधिकरण के अधिकारियों के बीच कार्य योजना और समन्वय को लेकर कई बिंदुओं पर चर्चा हुई। यमुना प्राधिकरण पहुंचे अमृता यूनिवर्सिटी के सभी छात्रों के रूकने की व्यवस्था जीबीयू के गेस्ट हाउस में की गई है। दस टीमें प्रथम चरण में गांवों में रहकर लोगों को पानी, स्वास्थ्य, एनर्जी, शिक्षा और ग्रामीण रहन-सहन आदि के बारे में जानकारी जुटाने के बाद उसे बेहतर बनाने को लेकर रिपोर्ट तैयार करेंगे।

प्रथम चरण में इन गांवों में होगा काम

यमुना प्राधिकरण द्वारा 96 गांवों में काम कराया जाएगा। लेकिन प्रथम चरण की शुरूआत 27 गांवों से होगी। इनमें मुख्य ग्राम है, तिरथली, चौरौली जॉनचाना, जेवर बांगर आर एंड आर साईट, जेवरखादर, नीमका, पचोकरा, रील्खा, अट्टा फतेहपुर, दनकौर, भटटा, अट्टा गुजरान, ठसराना मोहम्मदपुर जादौन, अच्छेपुर, रोनीजा मिजार्पुर, रुस्तमपुर, नीलोनी शाहपुर दल, सलारपुर, अच्छेजा बुजुर्ग, मूंज खेड़ा, चपरगढ़, मुरादगढ़ी, गुनपुरा, रामपुर बांगर और खेरलीभाव शामिल हैं।

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के अधिसूचित एरिया गांवों में बेहतर बनाया जाएगा। इसके लिए व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन और प्राधिकरण के बीच एओयू साइन हुआ था। इसी काम की अब शुरूआत हो रही है। गांवों में किस तरह से काम की शुरूआत हो और किस तरीके से काम किया जाएगा। इसको लेकर बैठक में चर्चा हुई। प्रथम चरण में 27 गांवों में काम होगा। गांवों में बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले और गांवों में जल संरक्षण को बढ़ावा मिले। इस पर विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है।
मोनिका रानी
एसीईओ यमुना प्राधिकरण