सफर होगा सुहाना, सड़कों पर दौड़ेगी इलेक्ट्रिक बसें, 5 बसों को दिखाई हरी झंडी

-इलेक्ट्रिक बसों से प्रदूषण मुक्त होगा शहर: वीके सिंह

गाजियाबाद। आखिर लंबे इंतजार के बाद शहर में इलेक्ट्रिक बस सेवा की शुरूआत हो गई। मंगलवार को लखनऊ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वर्चुअल कार्यक्रम के बाद मंगलवार की शाम को करीब साढ़े 7 बजे केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग एवं नागर विमानन राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने शहर में दौडऩे वाली 5 इलेक्ट्रिक बसों को नेहरूनगर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जनरल वीके सिंह ने कहा कि सरकार ने अपना वादा पूरा किया है। इससे प्रदूषण मुक्त शहर बनाने में कामयाबी मिलेगी। वहीं, आम लोगों को बसों में सफर करने का आनंद मिल सकेगा। फिलहाल शहर में 5 इलेक्ट्रिक बसों का ही संचालन हो सकेगा। इसके बाद अन्य बसों का इंतजार करना पड़ेगा। बसों के लिए अभी कंडक्टरों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। फिलहाल 5 बसों से शुरू होने वाली इस सिटी बसों के काफिले में जैसे-जैसे बसें उपलब्ध होती जाएंगी, वैसे-वैसे उन्हें रूटों पर उतार दिया जाएगा। गाजियाबाद में लंबे समय से इलेक्ट्रिक बसों का इंतजार मंगलवार को खत्म हो गया। इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाने के बाद ई-बस सेवा शुरू हो गई। सोमवार को आनन-फानन में मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह ने गाजियाबाद पहुंचकर डीएम, नगरायुक्त, आरएम रोडवेज समेत एसपीवी में शामिल अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने बस सेवा को मंगलवार से शुरू करने का निर्णय लिया था। पहले चरण में 15 बसों को शहर की सड़कों पर उतारने की योजना थी, लेकिन फिलहाल 5 बसों को रवाना करके ई-बस सेवा का शुभारंभ किया गया। आम लोगों को बसों में सफर करने के लिए दो-चार दिन और इंतजार करना पड़ सकता है। इन बसों के लिए अभी कंडक्टरों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है।

रोडवेज के आरएम एवं एसपीवी के सीईओ अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने इलेक्ट्रिक 5 बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है। इन बसों का जल्द ही संचालन शुरू हो जाएगा। अप्रैल तक शहर में 50 बसों को चलाने का लक्ष्य है। इनके लिए रूट भी निर्धारित कर लिए गए हैं। इस बसों को चार्ज करने के लिए अकबरपुर-बहरामपुर में डिपो और चार्जिंग स्टेशन बनाकर तैयार कर लिए गए हैं। 28 सीटर ई-बसें लो-फ्लोर होंगी। वातानुकूलित बसों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पेनिक बटन भी होगा। इन पेनिक बटन को पुलिस कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया जाएगा। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे भी लगे होंगे। इन बसों का न्यूनतम किराया 10 रुपए और अधिकतम किराया 40 रुपए होगा।

आरएम ने बताया कि इन बसों का संचालन आनंद विहार से मुरादनगर तक वाया मोहननगर,आनंद विहार से एएलटी वाया मोहननगर,दिलशाद गार्डन से गोविंदपुरम वाया मोहननगर, टीला मोड़ से नया बस अड्डा वाया भोपुरा तक इन बसों का संचालन होगा। बाकी बसें मिलने के बाद उनका संचालन किया जाएगा। शहर में फिलहाल 5 इलेक्ट्रिक बसों का ही संचालन शुरू होगा। अन्य करीब 25 बसें इसके बाद मिलेगी। उन बसों के आने के बाद इनका विधिवत रूप से शहर में संचालन शुरू हो जाएगा। इस दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल अग्रवाल, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर, रोडवेज आरएम अखिलेश कुमार सिंह, मुरादनगर विधायक अजितपाल त्यागी एवं एआरएम साहिबाबाद रामलवट, एआरएम आलोक दास, पुराना बस अड्डा एआरएम एनके वर्मा, एआरएम मुकेश आदि मौजूद रहें।