SDM के घर चोरी, नगदी आभूषण नहीं मिला तो चोर को आया गुस्सा, चोर ने डिप्टी कलेक्टर को दी नसीहत

भोपाल। कभी-कभी तकदीर भी चोरों के साथ निराले खेल खेलती है। किसी सरकारी अफसर के घर में सेंधमारी के दौरान यदि कोई काम की चीज न मिले तो चोर को भी गुस्सा आ जाता है। निराश और बैरंग होकर लौटने से पहले चोर ने अफसर के नाम लैटर लिखकर मानो उन्हें नसीहत ही दे डाली। चोरों ने लैटर में लिखा कि जब पैसे नहीं थे तो लॉक करने की क्या जरूरत थी। चोरों द्वारा छोड़ा गया यह लैटर पुलिस जांच में कोई काम आएगा या नहीं, यह वक्त बताएगा, मगर यह मामला पुलिस महकमे में चर्चाओं में जरूर आ गया है।

मध्य प्रदेश के जनपद देवास के खातेगांव के उप-जिलाधिकारी (एसडीएम) त्रिलोचन सिंह गौड़ के सरकारी आवास में कुछ दिन पहले चोरी की घटना हो गई थी। एसडीएम का सरकारी आवास सिविल लाइन में है। एसडीएम गौड़ शनिवार की शाम अपने सरकारी आवास पर आए थे। ऐसे में उन्हें वहां का ताला टूटा मिला। संभवत: घर में ज्यादा सामान नहीं मिलने से चोर गुस्सा हो गया और जाने से पहले एसडीएम के नाम पत्र भी लिखकर छोड़ गया। पत्र में चोर ने लिखा, ‘जब पैसे नहीं थे तो लॉक भी नहीं करना था कलेक्टर। बताया जाता है कि 15 दिन पहले डिप्टी कलेक्टर त्रिलोचन सिंह गौड़ को खातेगांव का एसडीएम नियुक्त किया गया था।

डिप्टी कलेक्टर का सरकारी आवास सांसद निवास के नजदीक है। 15 दिन से आवास में ताला लगा था। इस दौरान वहां चोर आ धमके। एसडीएम गौड़ शनिवार की शाम जब आवास में लौटे तो उन्हें ताला टूटा मिला। घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। इस दरम्यान कुर्सी पर एसडीएम की डायरी और पेन का प्रयोग कर एक पन्ना मिला. जिसमें लिखा था, जब पैसे नहीं थे तो लॉक भी नहीं करना था कलेक्टर। संभवत चोर को उम्मीद थी कि सरकारी अफसर के आवास में मोटी रकम और जेवरात मिल जाएंगे, मगर ऐसा नहीं हो सका। उधर, कोतवाली पुलिस ने एसडीएम की शिकायत पर 30 हजार रुपए, अंगूठी, पायल और सिक्के चोरी होने की एफआईआर दर्ज की है।