असम पहुंचे पीएम, बोले अब बम-गोलियों की आवाज नहीं, तालियों की है गूंज

अमृत सरोवर प्रोजेक्ट और नए कैंसर अस्पतालों की नींव रखी

डिब्रूगढ़ (असम) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को असम पहुंचे। असम में आयोजित शांति, एकता और विकास रैली में पीएम मोदी ने विभिन्न मुद्दों को उठाया। उन्होंने कहा कि असम के हालात बदल चुके हैं। पहले जहां बम-गोलियों की आवाज गूंजती थी, आज तालियों की गड़-गड़ाहट सुनाई देती है। जनता के हित में यह बदलाव बेहद अच्छा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के कार्बी आंगलोंग जनपद के दीफू में अमृत सरोवर प्रोजेक्ट और 7 नए कैंसर अस्पतालों की नींव रखी।

उन्होंने कहा कि आज देश जब आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, तब हम इस धरती के महान सपूत लचित बोरफुकान की 400वीं जन्म जयंती भी मना रहे हैं। लचित बोरफुकान का जीवन राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रशक्ति की प्रेरणा है। पीएम मोदी ने कहा कि पहले यहां बम और गोलियों की आवाज सुनी जाती थी। जबकि आज तालियां बज रही हैं, जयकारा गूंज रहा है। पीएम ने कहा कि असम की स्थाई शांति और तेज विकास के लिए किए गए समझौते को धरातल पर उतारने का काम किया जा रहा है।

भाजपा की डबल इंजन सरकार युवाओं को नए अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है। असम में 2600 से अधिक अमृत सरोवर बनाने का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से नॉर्थ ईस्ट में मुश्किलें कम हो रही हैं। नागरिकों का विकास हो रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट में हिंसा की घटनाओं में 75 प्रतिशत की कमी आई है। लंबे वक्त तक अफस्पा नॉर्थ ईस्ट के विभिन्न राज्यों में रहा है, मगर पिछले 8 साल के दौरान स्थाई शांति और बेहतर कानून व्यवस्था लागू होने के कारण अफस्पा को नॉर्थ ईस्ट के कई क्षेत्रों से हटा दिया है। सबका साथ, सबका विकास की भावना के साथ आज सीमा से जुड़े मामलों का समाधान तलाशा जा रहा है।